
गाजा पट्टी में इजराइली सेना और हमास के बीच संघर्ष एक बार फिर भीषण, 3 सैनिकों की मौत का लिया बदला
इजराइल
गाजा पट्टी में इजराइली सेना और हमास के बीच संघर्ष एक बार फिर भीषण हो गया है। इजराइली सेना ने पुष्टि की कि गाजा के उत्तरी इलाके में लड़ाई के दौरान उसके तीन सैनिक मारे गए, जो मार्च में युद्धविराम टूटने के बाद से अब तक का सबसे बड़ा सैन्य नुकसान माना जा रहा है। इजराइली मीडिया के मुताबिक, ये सैनिक जबालिया क्षेत्र में हुए एक विस्फोट में मारे गए। इसी बीच, गाजा में इजराइली गोलीबारी में तीन नागरिकों की मौत हो गई और कई घायल हो गए जब लोग सहायता वितरण केंद्र की ओर बढ़ रहे थे। यह केंद्र इजराइल और अमेरिका समर्थित 'गाज़ा ह्यूमैनिटेरियन फाउंडेशन' द्वारा संचालित किया जा रहा है।
इजराइल ने दावा किया कि उसने 'संदिग्धों' पर चेतावनी स्वरूप गोलियां चलाईं जो उसके सैनिकों के लिए खतरा बन रहे थे। चश्मदीदों के अनुसार यह गोलीबारी उस स्थान से महज़ एक किलोमीटर दूर हुई, जहां एक दिन पहले भीड़ पर फायरिंग हुई थी। इसके अलावा, सोमवार को इजराइल ने जबालिया शरणार्थी शिविर स्थित एक आवासीय इमारत पर हवाई हमला किया जिसमें कम से कम 14 लोगों की मौत हुई जिनमें पांच महिलाएं और सात बच्चे शामिल थे। यह हमला उस वक्त हुआ जब इमारत में लोग सो रहे थे। शिफा और अल-अहली अस्पतालों ने मौतों की पुष्टि की है। सेना ने कहा कि उसने आतंकवादियों के ठिकानों को निशाना बनाया, लेकिन नागरिक हताहतों पर कोई विशेष टिप्पणी नहीं की।
इसी दिन, वेस्ट बैंक के सिंजिल गांव में इजराइली सैनिकों ने 14 वर्षीय फिलीस्तीनी लड़के को गोली मार दी जिससे उसकी मौत हो गई। इजराइल ने आरोप लगाया कि लड़के ने उनके सैनिकों पर खतरनाक रसायन से भरी बोतलें फेंकी थीं, जिसके जवाब में कार्रवाई की गई। गौरतलब है कि गाजा युद्ध की शुरुआत 7 अक्टूबर, 2023 को हुई थी जब हमास के चरमपंथियों ने दक्षिणी इजराइल पर हमला कर 1,200 लोगों की हत्या की और करीब 250 को बंधक बना लिया। इनमें से 58 बंधक अब भी हमास के कब्जे में हैं। गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, अब तक इस युद्ध में 54,000 से अधिक फलस्तीनी मारे जा चुके हैं जिनमें अधिकांश महिलाएं और बच्चे हैं।