झूला टूटने से नकदी फसलों के सडने का संकट
टीम एक्शन इंडिया/नाहन/एसपी जैरथ
जिला सिरमौर में इन दिनों भारी बारिश ने कोहराम मचाया हुआ है। आंज भोज की तमाम पंचायतों में सभी नदी नाले उफान पर होने से सभी मार्ग बंद हो गए हैं। पांवटा विधानसभा क्षेत्र की दुर्गम पंचायत बनोर एवं शिलाई विधानसभा क्षेत्र के सयुंक उपगांव वास आनरा, शिरडी-खतवाड़, बनोरी, मियाम, ओवा, कुम्मलाह, पमता, ऐसे गांव है जो चारो तरफ से बरसाती नालों से घिरे हुए हैं। टोंस नदी को पार करने का एकमात्र जरिया झूला जो भारी पत्थर लगने से टूट गया है अब गांव के सैंकड़ों परिवारों पर रोजी रोटी का संकट आ गया है। उनकी नकदी फ सलें टमाटर, खीरा, मिर्च, कददू आदि को विकासनगर के बाजार तक ले जाने का एकमात्र साधन टूट गया है।जिस कारण वो खतों में ही सड़ रही है।दूसरी तरफ बनोर भोंरैड खड्ड के पुल पर अस्थायी रूप से पुल तैयार किया गया है जो नाकाफ ी है।
स्थानीय निवासी, सीता राम कपूरए काहन सिंह, सूरत सिंह, कंवर शर्मा, वार्ड मेम्बर, बबिता देवी, आशा देवी, सुंदर सिंह भंडारी, रामभज चौहान, वीरेंद्र चौहान ने बताया कि उनकी ज्यादातर फ सलें खेतों में ही सड़ रही हैं। अगर जल्द प्रशासन ने झूले की मरम्मत कार्य नही किया तो मजबूरन उनको फ सलों को पानी में बहाना पड़ेगा।बता दें कि पिछले 20 सालों से कई बार स्थानीय विधायक को इस समस्या के बारे में अवगत कराया। जों पुल से कई बार पुल बनाने के लिए डीपीआर भी बनाई गई वावजूद इसके आज तक इस पर कोई काम नहीं हुआ है। यहाँ का स्थानीय महिला मंडल कई बार जिलाधीश से भी मिल चुका है जिसका कोई भी परिणाम नही निकला है। अब टोंस नदी को पार करने का एकमात्र विकल्प भी टूट गया है जिसके कारण उनकी रोजी रोटी पर संकट आ गया है। इन लोगों ने प्रशासन को चेतावनी दी है कि अगर जल्द ही इनकी समस्याओं का समाधान नही हुआ तो मजबूरन हमको आंदोलन के लिए मजबूर होना पड़ेगा।