सरपंचों ने अपने कार्रवाई रजिस्टर ब्लॉक प्रधानों के पास जमा करवाए
हिसार/टीम एक्शन इंडिया
पंचायतों को पूरे अधिकार देने, राइट टू रिकॉल व ई टेंडरिंग के खिलाफ आंदोलन कर रहे सरपंचों ने विकास एवं प्रशासनिक अधिकारियों पर दबाव देने का आरोप लगाया है। इसके चलते सभी सरपंचों ने अपने कार्रवाई रजिस्टर सरपंच एसोसिएशन के ब्लॉक प्रधानों के पास जमा करवा दिए हैं। इसी बीच डिप्टी स्पीकर रणबीर गंगवा के आवास के समक्ष धरना दूसरे दिन भी जारी रहा। सरपंचों ने धरने के 23वें दिन डिप्टी स्पीकर के आवास पर नारेबाजी करते हुए इस बात पर रोष जताया कि गांवों में जाने पर जनता से आदर सत्कार करवाने वाले डिप्टी स्पीकर के आवास पर दो दिनों से छोटी सरकार बैठी है, लेकिन उनके आवास से किसी ने छोटी सरकार के नुमाइंदों को पानी तक नहीं पिलाया। धरने की अध्यक्षता करते हुए हिसार सरपंच एसोसिएशन के जिला कोषाध्यक्ष आजाद सिंह हिन्दुस्तानी ने बुधवार को कहा कि किसी के घर कोई जाए तो सामाजिक कर्तव्य निभाते हुए जलपान का अवश्य पूछा जाता है। इसके बावजूद डिप्टी स्पीकर गंगवा व उनके परिवार की ओर से किसी ने सरपंचों को जलपान के लिए नहीं पूछा जो डिप्टी स्पीकर व उनके परिवार के अहंकार का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि गांवों में कार्यक्रमों के दौरान डिप्टी स्पीकर उम्मीद करते हैं कि उनका जोरदार स्वागत हो व उनको मालाएं डाले लेकिन क्या वे भूल गए कि सरपंच भी ग्रामीण जनता के चुने हुए प्रतिनिधि है।
उन्होंने कहा कि अपने आपको सामाजिक व धार्मिक प्रवृति का बताने वाले डिप्टी स्पीकर को इतनी नैतिकता तो सीखनी ही चाहिए कि घर आने वालों को जलपान अवश्य करवाएं। आजाद सिंह हिन्दुस्तानी ने कहा कि सरपंचों पर अधिकारी लगातार दबाव डाल रहे हैं कि गांवों में विकास कार्य शुरू करवाएं और कार्रवाई रजिस्टर में कार्रवाई चढ़ाएं। ऐसे में सरपंचों ने अपने कार्रवाई रजिस्टर सरपंच एसोसिएशन के ब्लॉक प्रधानों के पास जमा करवा दिए हैं ताकि वे अधिकारिक दबाव से बच सकें। उन्होंने कहा कि पंचायत विभाग के अधिकारी व प्रशासनिक अधिकारी सरपंचों पर काम शुरू करवाने के लिए दबाव डाल रहे हैं, जो निंदनीय है। उन्होंने कहा कि ग्रामीण जनता व सरकार के बीच कड़ी का काम कर रहे अधिकारियों को चाहिए कि वे सरपंचों के आंदोलन से प्रभावित हो रहे ग्रामीण विकास कार्यों बारे सरकार को अवगत करवाएं ताकि सरकार को वस्तुस्थिति का पता चल सके लेकिन अधिकारी अपनी ड्यूटी सहित ढंग से निभाने की बजाय सरपंचों पर दबाव डालकर सरकार के आगे अपने नंबर बना रहे हैं। गंगवा सरपंच भगवान दास ने इस अवसर पर कहा कि सरपंचों के आंदोलन के साथ ग्रामीण जनता भी आ रही है, जिससे आंदोलन और मजबूत हो रहा है। इस अवसर पर किसान सभा से सतबीर रुहिल, सूबे सिंह बुरा, कामरेड बलराज मलिक, बीडीसी प्रदीप बेनीवाल सहित अनेक संगठनों के नेता व कार्यकर्ता धरनास्थल पर पहुंचे और सरपंचों के आंदोलन को समर्थन दिया।