थानों के परिसीमन का काम एक दर्जन जिलों में अटका
भोपाल
प्रदेश में पुलिस थाना क्षेत्र सीमा के परिसीमन का चल रहा काम लोकसभा चुनाव के चलते एक दर्जन जिलों में अटक गया है। इस बीच जिन थाना क्षेत्रों का परिसीमन बदल गया है, उनका रिकॉर्ड अदला-बदली में भी पुलिस को खासी मशक्कत करना पड़ रही है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के निर्देश पर पिछले दो महीने से प्रदेश के थानों का परिसीमन किया जा रहा है। इसमें प्रदेश के एक दर्जन जिलों को छोड़कर अधिकांश जिलों में परिसीमन का काम लगभग पूरा हो चुका है। परिसीमन के बाद कई थाना क्षेत्रों की सीमाएं बदल गई हैं।
दरअसल मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव चाहते हैं कि थाने में शिकायत दर्ज करवाने के लिए फरियादी को दूर नहीं जाना पड़े। इसलिए थाना क्षेत्र का ऐसा परिसमीन हो कि उनका आसपास के हिस्से ही थाने में आएं। ऐसे में कई थानों में परिसीमन करना पड़ा। प्रदेश में 968 थानों में से करीब सात सौ थानों के क्षेत्रों का परिसीमन लगभग हो गया है। जिसमें से लगभग चालीस से ज्यादा जिलों ने परिसीमन की अधिसूचना भी जारी कर दी है। अब बचे हुए जिलों में यह काम फिलहाल अटक गया है। लोकसभा चुनाव के चलते इस काम की अब गति धीमी होने के आसार हैं।
अब आ रही यह परेशानी
परिसीमन के बाद अब पुलिस को थानों का रिकॉर्ड अदला-बदली में खासी परेशानी आ रही है। परिसीमन के बाद जिन थानों के अपराध दूसरे थाना क्षेत्र में पहुंच गए हैं। उनकी डायरी वहां भेजे जाने का कम किया जा रहा है। इन अपराधों के रिकॉर्ड को छांटना और फिर उन्हें दूसरे थाने को सुपुर्द करना भारी मशक्कत का काम साबित हो रहा है। इसके साथ ही आमलोगों को भी यह पता नहीं चल पा रहा है कि उनका थाना पुराना वाला है या दूसरे थानें में उनका क्षेत्र शामिल हो गया है। इसका प्रचार-प्रसार अब तक नहीं हो सका है। अब पुलिस का अधिकांश बल चुनाव की ड्यूटी में व्यस्त होने जा रहा है, ऐसे में यह काम कुछ दिनों के लिए धीमी गति से हो सकता है।