‘बांग्लादेश में लोकतंत्र के लिए नहीं है स्पष्ट रोडमैप’ – मिर्जा फखरुल इस्लाम
ढाका
बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (BNP) ने सोमवार को अंतरिम सरकार के प्रमुख मोहम्मद यूनुस के राष्ट्र के नाम संबोधन पर नाराजगी जताई है. बीएनपी ने कहा कि मुख्य सलाहकार के भाषण में देश को लोकतंत्र की दिशा में ले जाने का कोई स्पष्ट रोडमैप नहीं था.
5 अगस्त को शेख हसीना के नेतृत्व वाली सरकार के तख्तापलट के बाद 8 अगस्त को मोहम्मद यूनुस ने अंतरिम सरकार के प्रमुख के रूप में पदभार संभाला था. उन्होंने रविवार को आश्वासन दिया कि उनकी सरकार देश में स्वतंत्र, निष्पक्ष, समावेशी चुनाव कराएगी और विभिन्न क्षेत्रों में सुधार करेगी.
यूनुस ने कहा, "प्रशासन, न्यायपालिका, चुनाव आयोग और चुनाव प्रणाली, कानून और व्यवस्था और सूचना प्रवाह प्रणालियों में आवश्यक सुधारों के पूरा होने के बाद छात्र-लोगों के सामूहिक विरोध को सफल परिणाम देने के लिए एक स्वतंत्र, निष्पक्ष और समावेशी चुनाव होगा."
84 वर्षीय नोबेल पुरस्कार विजेता ने कहा कि चुनाव का समय एक राजनीतिक फैसला है और लोग तय करेंगे कि यह अंतरिम सरकार कितने समय तक सत्ता में रहेगी.
हम अभी-भी भ्रम में हैं: BNP
यूनुस के संबोधन पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए, बीएनपी महासचिव मिर्जा फखरुल इस्लाम आलमगीर ने निराशा व्यक्त की कि यूनुस के राष्ट्र के नाम संबोधन में लोकतंत्र के पथ पर ले जाने के लिए कोई रोडमैप नहीं था. उन्होंने उम्मीद जताई कि अंतरिम सरकार जल्द ही राष्ट्रीय चुनाव और सुधारों पर फैसला लेने के लिए राजनीतिक दलों के साथ बातचीत करेगी.
बीएनपी के वरिष्ठ नेता ने कहा, "हम अभी-भी भ्रम की स्थिति में हैं, क्योंकि चीजें अस्पष्ट हैं. हमने अनुमान लगाया था कि सलाहकार एक रोडमैप पेश करेंगे. लेकिन हमें उनके भाषण में वह रोडमैप नहीं था."
'कुछ सुधारों का मिला संकेत'
उन्होंने कहा कि यूनुस ने अपने भाषण में कुछ सुधारों का संकेत दिया है, लेकिन इन्हें कम समय सीमा में लागू नहीं किया जा सकता है. हालांकि, फखरुल ने आशावाद व्यक्त किया, यह देखते हुए कि उनका मानना है कि स्थिति लोगों के लाभ के लिए सकारात्मक दिशा में आगे बढ़ रही है. फखरुल ने कहा कि यूनुस ने सही कहा कि चुनाव का समय राजनीतिक निर्णय का मामला है, लेकिन यह निर्णय लेने के लिए सरकार को राजनीतिक दलों और राजनेताओं के साथ चर्चा करने की जरूरत है."
12 दलीय गठबंधन वाले दलों के साथ बैठक
बता दें कि बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने पहले ही बीएनपी अध्यक्ष खालिदा जिया को नजरबंदी से रिहा कर भ्रष्टाचार के आरोपों से बरी कर दिया है. इस बीच बीएनपी ने हसीना के नेतृत्व वाली अवामी लीग सरकार के पतन के बाद देश की राजनीतिक स्थिति को संबोधित करने के लिए रविवार को 12-दलीय गठबंधन और अन्य समान विचारधारा वाले दलों के साथ बैठक की.
डेली स्टार अखबार की रिपोर्ट के अनुसार, यह बैठक सहयोग के माध्यम से देश को स्थिर करने के उनके प्रयासों का हिस्सा थी. बैठक के दौरान, नेताओं ने अंतरिम सरकार को समर्थन देने पर सहमति व्यक्त की.
बीएनपी संपर्क समिति के प्रमुख और स्थायी समिति के सदस्य नजरूल इस्लाम खान ने बीएनपी अध्यक्ष के कार्यालय में 12-पक्षीय गठबंधन और अन्य सहयोगी समूहों के साथ एक बैठक बुलाई.
स्थायी समिति की सदस्य सेलीमा रहमान ने कहा, "हमने इस बारे में बात की कि हमारी टीमों को बाढ़ की स्थिति पर कैसे प्रतिक्रिया देनी चाहिए. हमने उन छात्रों का समर्थन करने के बारे में भी चर्चा की जो आंदोलन के दौरान घायल हो गए थे और अभी भी ठीक हो रहे हैं."