पीने को पानी नहीं लेकिन डूबकर मर रहे है लोग: मीनू
टीम एक्शन इंडिया
नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली वाले बीते कुछ दिनों से पानी के कतरे-कतरे के लिए प्यासे है। स्लम हो या पॉश एरिया दिल्ली का कोई भी इलाका इस जल संकट से अछूता नहीं रहा है। इसके साथ ही त्रीनगर वार्ड नंबर-63 से निगम पार्षद मीनू गोयल ने कहा कि बावजूद इसके दिल्ली सरकार की जलमंत्री अतिशी इसका स्थाई निवारण निकालने की बजाए बडी ही बेशर्मी से बेतूके ब्यानबाजी का खेल खेल रही है। इसके साथ ही दिल्ली की जनता को गुमराह कर जलसत्यग्रह पर बैठकर हमदर्दी हांसिल करना चाहती है।
आप सरकार की कामचोरी का फल भुगत रही है जनता: उन्होंने कहा कि कई इलाकों में टैंकरों से पानी भरने के लिए लोगों की लंबी-लंबी कतारें देखने को मिल रही हैं और कई इलाकों में तो लोगों को मूलभूत जरुरतों के लिए भी पानी नहीं मिल रहा है।
उन्होंने कहा कि राजधानी दिल्ली इन दिनों दोहरे संकट से जूझ रहे है, जहां एक ओर तो दिल्ली के लोगों को पीने का पानी नहीं मिल रहा है वहीं दूसरी ओर दिल्ली के अधिकांश इलाके मानसून से पूर्व आई हल्की-फूल्की सी बूंदा-बांदी से ही दिल्ली में जगह-जगह स्वीमिंग पूल ही बन गए है, इतना ही नहीं जलभराव की वजह से कुछ बच्चों की भी मौत का मामला सामने आया है। बावजूद इसके हल निकालने के बजाए आम आदमी पार्टी राजनीतिक रोटियां सेकने में लगी हुई है। दिल्ली वासी इस राजनीतिक रस्साकसी से बहुत परेशान हैं हर मुद्दा चाहे वह कितना भी गंभीर क्यों न हो, उसका सिर्फ आम आदमी पार्टी द्वारा राजनीतिकरण किया जाता है और नतीजा शून्य होता है।
प्यास बुझाने में विफल हुई आप सरकार: मीनू गोयल ने कहा कि आप ने अगर इस गंदी राजनीति करने के बजाय समस्या पर ध्यान दिया होता तो दिल्ली में आज जल संकट को लेकर त्राही-त्राही नही मची हुई होती और ओर आज दिल्ली पानी में न डूबी दिखाई पड़ती।
उन्होंने बताया कि वार्ड 63 में नालोंं की कभी साफ-सफाई नहीं की जाती है, जिसकी वजह से सीवर व नालियों का पानी ओवरफ्लो होकर लोगों के घरों मे घुसता है, जिससे न कि गंदगी फैल रही है बल्कि डेंगू मलेरिया जैसी जान लेवा बिमारियां फैलने का भी खतरा मंडराता रहता है।