भाजपा ही नहीं कांग्रेस में भी बगावत का बवाल
टीम एक्शन इंडिया
चंडीगढ़/काजल रानी
हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए टिकट बटवारे से भाजपा ही नहीं कांग्रेस भी बगावत के बवाल का सामना कर रही है। इसके चलते हरियाणा कांग्रेस प्रभारी दीपक बावरिया का रक्त चाप बढ़ गया और उन्हें एम्स में दाखिल करवाया गया। भाजपा में 29 तो कांग्रेस में 5 सीटों पर टिकटो पर विरोध खड़ा हो गया है। टिकट कटने पर कांग्रेस और भाजपा में भगदड़ मची हुई है। राज्य के इतिहास में यह पहला ऐसा चुनाव है, जिसमें भाजपा में भी बगावत देखने को मिल रही है। भाजपा की पहली सूची में 67 उम्मीदवारों की घोषणा हुई है।
इनमें 29 विधानसभा सीट ऐसी हैं, जहां विरोध हो रहा है।कांग्रेस भी नेताओं की भगदड़ और बगावत झेल रही है। कांग्रेस 2 सूची में अभी तक 41 उम्मीदवारों की घोषणा कर चुकी है। इनमें 5 विधानसभा सीटें ऐसी हैं, जहां 9 दावेदार पार्टी के अधिकृत उम्मीदवारों के विरोध में उतर आए हैं। इनमें कुछ नेता तो पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा और सांसद दीपेंद्र हुड्डा के काफी करीबी हैं।
शनिवार को कांग्रेस के 3 नेताओं ने पार्टी से इस्तीफा भी दे दिया। इनमें बरोदा से कपूर नरवाल, बहादुरगढ़ से राजेश जून और साढौरा से बृजपाल छप्पर शामिल हैं। इसके अलावा, बरोदा से जीता हुड्डा, गोहाना से हर्ष छिकारा, बरवाला से रामनिवास घोड़ेला भी बगावत पर उतरे हुए हैं। गुरुग्राम में पूर्व विधायक उमेश अग्रवाल की पत्नी अनीता अग्रवाल कांग्रेस छोड़कर फिर से भाजपा में शामिल हो गई हैं।
भाजपा के 16 नेता अब तक पार्टी छोड़ चुके हैं। इनमें मंत्री रणजीत चौटाला, मार्केटिंग बोर्ड के चेयरमैन रहे आदित्य देवीलाल, ओबीसी मोर्चा के प्रदेशाध्यक्ष कर्णदेव कंबोज और शशि परमार पदों से इस्तीफा दे चुके हैं। आदित्य देवीलाल इनेलो में शामिल हो चुके हैं। इसके अलावा, सावित्री जिंदल सहित 11 नेताओं ने निर्दलीय लड़ने का ऐलान कर दिया है। यमुनानगर से देवेंद्र चावला, साढौरा से दाताराम, सफीदों से बचन सिंह आर्य, कालांवाली से बलकौर सिंह, गुरुग्राम से जीएल शर्मा और नीलोखेड़ी से मीना चौहान के भी बागी तेवर बने हुए हैं।67 में से 29 सीटों पर टिकटों के 38 दावेदारों ने खुलकर विरोध किया है।