ये सावधानियां बरतने से हो सकता है सर्वाइकल कैंसर से बचाव

हैदराबाद । एएनएन
जानी-मानी स्त्री रोग विशेषज्ञ और इनफर्टिलिटी एक्सपर्ट डॉ रोया बताते हैं कि सर्वाइकल कैंसर से होने वाली मौतों में भारत विश्व के टॉप देशों में है। उन्होंने बताया कि इस समस्या से बचने के लिए स्क्रीनिंग टेस्ट्स जरूरी हैं। उन्होंने बताया, भारत की महिलाओं में सर्वाइकल कैंसर के केसेज विश्व की महिलाओं से दोगुने हैं।

एक सेमिनार के दौरान उन्होंने बताया कि अगर कम उम्र से ही स्क्रीनिंग टेस्ट करवाए जाएं तो कैंसर से बचा जा सकता है। वह बताती हैं, 'यह वैश्विक चिंतन का मुद्दा है क्योंकि पूरे विश्व में महिलाओं में होने वाला यह सबसे कॉमन कैंसर है।
गुणों की खान है कद्दू, सेहत से लेकर स्किन के लिए फायदेमंद
कद्दू का नाम सुनते ही कई लोग नाक-मुंह सिकोड़ने लगते हैं क्योंकि उन्हें इसका स्वाद पसंद नहीं आता। लेकिन इसे सब्जी के अलावा मिठाई, हलवा या फिर स्नैक्स के रूप में बनाकर खाया जाए, तो स्वाद कभी भूल नहीं पाएंगे। कद्दू में पोटैशियम, बीटा कैरोटिन, विटमिन ए, विटमिन के, फाइबर समेत कई जरूरी पोषक तत्व होते हैं।
आइए जानते हैं सेहत के लिए इसके क्या फायदे हैं:
वजन कम करने में मददगार
कद्दू में काफी कम कैलरी होती हैं और फाइबर प्रचुर मात्रा में होता है, इसलिए इसे वजन घटाने में सहायक माना जाता है। जो लोग बढ़ते वजन से परेशान हैं वे कद्दू को किसी भी फॉर्म में अपने डेली डायट में शामिल करें।
प्रोस्टेट कैंसर से बचाव
कद्दू में कैरोटीनॉयड्स और जिंक पर्याप्त मात्रा में होता है जो कलेस्ट्रॉल तो कम करते ही हैं साथ ही प्रोस्टेट कैंसर से भी बचाव करते हैं।
आंखों की रोशनी को बढ़ाने में मदद करता है
आंखों की रोशनी को बढ़ाने में भी कद्द काफी मदद करता है। इसमें मौजूद बीटा-कैरोटीनॉयड और ल्यूटिन आंखों की सेहत के लिए लाभकारी होते हैं।
हेल्दी स्किन के लिए जरूरी कद्दू
कदद् स्किन को भी हेल्दी रखने में मदद करता है। इसमें विटमिन ई और सी होता है जो साथ में मिलकर एक ऐंटी-ऑक्सिडेंट के रूप में काम करते हैं और स्किन को सूरज की खतरनाक किरणों से बचाते हैं।
स्पर्म काउंट बढ़ाने में करता है मदद
कद्दू के अलावा इसके बीज भी काफी लाभकारी होते हैं। इनमें जिंक होता है जोकि स्पर्म के काउंट को बढ़ाने में मदद करता है। एक स्टडी के मुताबिक, कद्दू के बीज लिबिडो को बूस्ट करने में मदद करते हैं। इनमें ओमेगा-3 फैटी ऐसिड्स होते हैं जोकि प्रोस्टाग्लैंडिन्स नाम के हॉर्मोन जैसे तत्वों को ऐक्टिव करने में मदद करते हैं। इसके अलावा ये पुरुषों में टेस्टोस्टेरोन की कमी को भी दूर करते हैं।
भ्रूण के विकास में मदद
कद्दू प्रेगनेंट महिलाओं के लिए भी गुणकारी है, खासकर इसके बीज। कद्दू के बीज में नॉन हीम आयरन होता है, जो भ्रूण के विकास में मदद करता है।
वहीं भारत जैसे देश में जहां सुविधाएं और मेडिकल फेसिलिटीज बढ़ रही हैं, इस बीमारी को कंट्रोल किया जा सकता है।' उन्होंने बताया कि प्रॉपर हाइजीन बनाकर , स्मोकिंग और प्रॉपर वैक्सिनेशन और सेक्शुअल पार्टनर्स की संख्या लिमिटेड रखकर इंफेक्शन से बचा जा सकता है। बता दें कि सर्वाइकल कैंसर ह्यूमन पैपिलोमा वायरस से फैलता है और महिलाओं में 25 साल की उम्र से इंफेक्शन होता है।