सर्दी के मौसम में शरीर को गर्म रखेंगे ये योगासन, रोजाना 15 मिनट करने पर ही मिलेगा फायदा
नई दिल्ली
ठंड से बचने का सबसे अच्छा तरीका ये है कि आप सही और आरामदायक कपड़ों को कैरी करें। इसी के साथ सर्दी के मौसम लोग शरीर को गर्म रखने की भी पूरी कोशिश करते हैं। इस मौसम में आलस और थकान भी बनी रहती है। बदलते मौसम के साथ लोगों को अपने खानपान में भी बदलाव करने पड़ते हैं और ऐसे फूड्स को डाइट में शामिल करना पड़ता है जो बॉडी को गर्म रखें। इसी के साथ बॉडी को गर्म रखने के लिए आप रोजाना के रूटीन में कुछ योगासनों को शामिल कर सकते हैं। कुछ योगासन ऐसे हैं जो सर्दियों के दिनों में आपके शरीर को गर्म रखने का काम करते हैं। जानिए सर्दियों के लिए बेस्ट योगासन-
हलासन- इसे करने के लिए अपनी पीठ के बल लेटते समय, अपने पेट की मांसपेशियों को सिकोड़कर अपने पैरों को 90 डिग्री ऊपर उठाएं। अब अपनी हथेलियों को मजबूती से जमीन में दबाएं और अपने पैरों को अपने सिर के पीछे जाने दें।इस आसन को करते समय निचली पीठ और मध्य पीठ को फर्श से ऊपर उठने दें ताकि आपके पैर की उंगलियां आपके पीछे फर्श को छू सकें। कुछ समय के लिए स्थिर रहें और फिर अपनी पॉजिशन में वापिस आएं।
उष्ट्रासन- रोजाना सुबह आप इस आसन को कर सकते है। इसके लिए योगा मैट पर उष्ट्रासन में घुटने टेकें और अपने हाथों को अपने कूल्हों पर रखें। फिर अपनी पीठ को मोड़ें और अपने हाथों को सीधा करें। अब अपनी हथेलियों को अपने पैरों के ऊपर से पार करें। अब अपनी गर्दन को एक ही स्थिति में रखें। कुछ देर के लिए ऐसे ही रहें। फिर धीरे-धीरे सांस छोड़ें और पॉजिशन में वापिस आएं। जैसे ही आप सीधे खड़े हों, अपने हाथों को पीछे खींचें और उन्हें अपने कूल्हों पर टिकाएं।
भुजंगासन- इस आसन को करने के लिए अपने पेट के बल लेट जाएं और अपनी हथेलियों को अपने कंधों के नीचे रखें, अपने पैरों को एक साथ रखें और अपने पैरों की उंगलियों को जमीन पर रखें। गहरी सांस लें फिर कुछ सेकंड के लिए रोककर रखें और फिर अपने सिर, कंधों और शरीर को 30 डिग्री के कोण पर उठाएं। कोशिश करें कि सिर थोड़ा ऊपर की ओर हो। अपने पैर की उंगलियों पर दबाव डालने से आपकी पीठ के निचले हिस्से वाले चैनल खुल सकते हैं।
गरुड़ासन- गरुड़ासन को करने के लिए योग मैट पर सीधे खड़े हो जाएं। इस दौरान आप सामान्य रूप से सांस लेने की प्रक्रिया जारी रखें। फिर आपको घुटनों को थोड़ा मोड़ना है और दोनों हाथों को सामने की ओर करना है। अब पूरे शरीर का संतुलन दाएं पैर पर ले आएं और बाएं पैर को ऊपर उठाएं। इसके बाद बाएं पैर को दाईं टांग के आगे से घूमाते हुए पीछे ले जाएं। इस दौरान बाईं जंघा, दाईं जंघा के ऊपर रहेगी। अब दोनों बाजुओं को कोहनी से मोड़ते हुए क्रॉस करना है। इस दौरान बाईं बाजू को दाईं बाजू के ऊपर रखें। फिर दोनों हथेलियों को नमस्कार मुद्रा में लाने की कोशिश करें। कुछ देर के लिए इस पॉजिशन में रहें। यही प्रक्रिया आपको दूसरी ओर से भी करनी है।