न्याय के साथ विकास के पथ पर अग्रसर है साहित्य साधना की भूमि बेगूसराय

बेगूसराय । Action India News
आजादी वह भावना है जो शोषण, उत्पीड़न, दमन और अत्याचार के खिलाफ संघर्ष को जन्म देती है। आजादी की लड़ाई का मूल उद्देश्य धर्मनिरपेक्ष एवं प्रजातांत्रिक भावनाओं को अंगीकृत करते हुए एक ऐसा राष्ट्र बनाना था। आज हम दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के साथ-साथ महत्वपूर्ण अर्थव्यवस्था के रूप में विराजमान है।
डीएम अरविंद कुमार वर्मा ने उक्त बातें 74 वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर गांधी स्टेडियम में झंडोत्तोलन के बाद कही। सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए डीएम ने कहा कि खूबसूरत बेगूसराय साहित्य साधना की भूमि है।
गौरवशाली इतिहास से युक्त बिहार की माटी का गौरव बढ़ाने में बेगूसराय का शीर्ष स्थान है। गुलामी के विरुद्ध संघर्ष में बेगूसराय की महत्वपूर्ण भूमिका रही। बीहट, मटिहानी सहित अनेक गांव स्वतंत्रता आंदोलन के केंद्र बने।उन्होंने कहा कि सभी क्षेत्रों में जनहित की योजनाओं का सफल क्रियान्वयन किया जा रहा है।
कोविड-19 से निपटने के लिए प्रतिदिन चार हजार से अधिक सैंपल टेस्ट किए जा रहे हैं। नौ कोविड केयर सेंटर तथा तीन डेडीकेटेड कोविड हेल्थ सेंटर की स्थापना की गई है। 1349 आइसोलेशन वार्ड तथा 130 ऑक्सीजन युक्त बेड उपलब्ध हैं। प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत 605952 परिवारों को नियमित खाधान्न के अलावे प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्य योजना के तहत चावल और दाल उपलब्ध कराया जा रहा है।
केंद्र और राज्य सरकार की तमाम योजनाओं का सफलतापूर्वक क्रियान्वयन किया जा रहा है। अपराध उन्मूलन के क्षेत्र में भी महत्वपूर्ण कार्य किए जा रहे हैं। संगठित अपराध, नक्सलवाद, आतंकवाद से मुकाबला के लिए प्रशिक्षित, अत्याधुनिक हथियारों से सुसज्जित दंगा निरोधी कंपनियों के साथ अलग-अलग कंपनियों का गठन किया गया है।