प्रतिबंधित संदिग्ध नशीला पाउडर व दवाइयों सहित दो आरोपी अरेस्ट
करनाल/टीम एक्शन इंडिया
जिला पुलिस की स्पेशल यूनिट असंध की टीम द्वारा भारी मात्रा में संदिग्ध नशीला पाउडर व दवाइयों सहित दो आरोपियों को काबू करने में कामयाबी हासिल की है। आरोपियों के कब्जे से 272 किलोग्राम पाउडर व 25 किलो 210 ग्राम दवाइयां बरामद की गई है।
इस संबंध में बीती रात नाइट डोमिनेशन अभियान के दौरान सब इंस्पेक्टर ऋषि पाल के नेतृत्व में कार्य करते हुए स्पेशल यूनिट असंध की टीम व एएसआई नरेंद्र कुमार स्पेशल यूनिट असंध की अध्यक्षता में टीम ने विश्वसनीय सूचना के आधार पर बृजभूषण उर्फ बिरजू व सुशील उर्फ सुनील दोनों वेदप्रकाश वासी सालवन को काबू किया। टीम द्वारा ड्यूटी मजिस्ट्रेट व डाक्टर नितिन रोहिल्ला व डॉक्टर सतीश कुमार आयुर्वेदिक चिकित्सा अधिकारी करनाल व हेमंत ग्रोवर जिला औषधि नियंत्रण अधिकारी करनाल को मौके पर बुलाया गया। तलाशी पर उस कमरे में से 9 कट्टों में रखा 272 किलोग्राम आयुर्वेदिक व एलोपैथिक दवाइयों का मिश्रण पाउडर बरामद हुआ और 25 किलो 210 ग्राम खुली हुई एलोपैथिक दवाइयां बरामद हुई। इसके अलावा मौके से 10 किलो अनार दाना चूर्ण, 2000 प्लेक्सिया टेबलेट, 5 किलो अर्शकुठार, 20 किलो निंबाड़ा चूर्ण व 30 हजार लिवरो टेबलेट, आयुर्वेदिक दवाइयां बरामद हुई। आयुर्वेदिक दवाइयों को आयुर्वेदिक डॉक्टर द्वारा फार्म 17 भरकर ड्रग्स कॉस्मेटिक एक्ट 1944 के तहत कार्रवाई करने के लिए अपने कब्जे में लिया गया। इसके अलावा मौके से 33 किलो 656 ग्राम वजनी एलोपैथिक दवाइयां बरामद की गई। इन दवाइयों को एलोपैथिक डॉक्टर द्वारा फार्म 16 के तहत आगामी कार्रवाई हेतु अपने कब्जे में लिया गया। इसके अलावा पुलिस टीम द्वारा मौके से एक चक्की, 5 लोहे के टब, 2 तसले व दो मिक्सी को भी अपने कब्जे में लिया गया। आरोपी उक्त कमरे में कमरे में चक्की व मिक्सी की सहायता से दवाइयों को पीसकर पाउडर बनाने का काम कर रहे थे।
इस संबंध में आरोपियों के खिलाफ थाना असंध में एनडीपीएस एक्ट की धारा 21सी व 22सी के तहत मामला दर्ज किया गया।
आरोपियों से अब तक की पूछताछ व अन्य विश्वसनीय साक्ष्यों के आधार पर जांच में खुलासा हुआ है कि आरोपी पिछले काफी समय से एलोपैथिक व आयुर्वेदिक दवाइयों को पीसकर उनका पाउडर बनाने का काम कर रहे थे। आरोपी थोक के रेट में इन दवाइयों को विभिन्न जगहों से सस्ते दाम में खरीद कर लाते थे और यहां लाकर चक्की व मिक्सी की सहायता से इन दवाइयों को पीसकर इनका पाउडर बनाते थे। पाउडर तैयार करने के बाद आरोपी इन दवाइयों को विभिन्न राज्यों में ले जाते थे और विभिन्न राज्यों में विभिन्न स्थानों पर कैंप लगाते थे। इन कैंपों में आरोपी इस पाउडर की छोटी.छोटी पुड?िा बना लेते थे और विभिन्न प्रकार की बीमारियों की लाइलाज दवाई कहकर सस्ते दाम पर इन दवाइयों को बेचते थे। पाउडर में विभिन्न प्रकार की दर्द निवारक दवाइयां व अन्य दवाइयों के कारण दवाई खरीदने वाले व्यक्ति की बीमारी में तुरंत आराम हो जाता था। इन दवाइयों को खाने के बाद व्यक्ति इनका आदी हो जाता था। जिसके बाद वह व्यक्ति आरोपियों से इन दवाइयों को लगातार खरीदने लग जाता था। संदिग्ध नशीले पाउडर व दवाइयों को जांच के लिए फॉरेंसिक लैब में भेजा जाएगा। इस संबंध में आरोपियों से अभी गहनता से पूछताछ जारी है व इस मामले में नियम अनुसार कार्रवाई की जा रही है।