
प्रधानमंत्री मोदी के मार्गदर्शन में राज्य सरकार चिकित्सा सुविधाओं का तेज गति से कर रही है विस्तार : मुख्यमंत्री डॉ. यादव
शीघ्र ही हर जिले में मेडिकल कॉलेज होंगे, पीपीपी मोड पर 4 मेडिकल कॉलेज का भूमिपूजन 23 को
प्रदेश के सभी बालक योग्य नागरिक बनें, सरकार हर कदम पर साथ
कोरोनाकाल में दुनिया ने देखी काढ़े की ताकत, 8 नए आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज खोले जाएँगे
आरोग्य सेवा संकल्प सम्मेलन में जनजातीय क्षेत्रों में सेवा प्रदान कर रहे चिकित्सकों को किया सम्मानित
भोपाल
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संकल्पानुसार प्रदेश सरकार गरीब, किसान, युवा और नारी हर वर्ग के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है। प्रधानमंत्री मोदी के मार्गदर्शन में राज्य सरकार कठिनाइयों को दूर करते हुए प्रदेश में चिकित्सा सुविधाओं को बढ़ा रही है। पूर्व में मेडिकल कॉलेज शुरू करने में कई कठिनाइयां आती थीं, लेकिन प्रधानमंत्री मोदी ने देश को नेशनल मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया की सौगात दी। मेडिकल कॉलेज स्थापना प्रक्रिया का सरलीकरण हुआ। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि वर्ष 2002-03 तक मध्यप्रदेश में केवल 5 मेकिडल कॉलेज थे। वर्तमान प्रदेश में 19 शासकीय मेडिकल कॉलेज और 14 निजी मेडिकल कॉलेज संचालित हैं। इसी माह बैतूल, धार, कटनी, पन्ना में 4 मेडिकल कॉलेजों का भूमिपूजन होगा। इसी के साथ बीएएमएस की पढ़ाई के लिए एक साल में 8 नए आयुर्वेदिक कॉलेज भी प्रारंभ किए जा रहे हैं। साथ ही संकल्प पत्र अनुसार प्रदेश की 29 लोकसभा में मेडिकल कॉलेज उपलब्ध हो जाएंगे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि शीघ्र ही प्रदेश के हर जिले में मेडिकल कॉलेज होंगे। राज्य सरकार मेडिकल के साथ आयुर्वेदिक, होम्योपैथिक एवं यूनानी कॉलेजों की संख्या भी बढ़ा रही है। प्रदेश के सुदूर ग्रामीण और जनजातीय अंचलों तक चिकित्सा सुविधाओं का विस्तार हो रहा है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने गुरुवार को मुख्यमंत्री निवास में आयोजित आरोग्य सेवा संकल्प सम्मेलन को संबोधित करते हुए यह विचार व्यक्त किए।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश के बच्चों के साथ खड़ी है। एमबीबीएस की पढ़ाई के लिए गरीब एवं जरूरतमंद बच्चों को 16.50 लाख रुपए प्रतिवर्ष मदद दे रही है। हमारा प्रयास है कि प्रदेश के सभी बालक योग्य नागरिक बनें। युवा चिकित्सक समाज की सेवा के लिए आगे आएं, लोकतंत्र के सच्चे प्रहरी बनें। हम सभी को सशक्त निरोगी राष्ट्र निर्माण के लिए एकजुट होकर प्रयास करना होगा। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि राज्य सरकार ने शिक्षा और लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग का विलय कर लोक स्वास्थ्य प्रबधन को सशक्त और चिकित्सा सेवाओं को सुदृढ़ करने का कार्य किया है। प्रदेश सरकार गरीब, किसान, युवा और नारी हर वर्ग के कल्याण के लिए संकल्पित हैं। राज्य सरकार ने 8000 चिकित्सा शिक्षा विद्यार्थियों को एक वर्ष में 207 करोड़ रुपए उपलब्ध कराए हैं, ताकि वे फीस की चिंता से मुक्त होकर अपनी योग्यता संवर्धन का कार्य पूरे मनोयोग से कर सकें।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि आयुर्वेद ऐसी चिकित्सा पद्धति है, जो केवल नब्ज से ही बीमारी का पता लगा लेती है। प्रकृति हमेशा सभी जीव जंतुओं का ध्यान रखती है। जहां कोई बीमारी जन्म लेती है, उस स्थान के 20 से 25 किलोमीटर में वनस्पति के रूप में दवा उपलब्ध होती है। पतंजलि योग शास्त्र में हमारे शरीर में पांच प्राण बताए गए हैं। हमारे पिंड में ब्रह्मांड के समान शक्ति विद्मान है। हम अपने प्रयासों और मेहनत से कोई भी लक्ष्य प्राप्त कर सकते हैं। कोरोनाकाल में आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति के बल पर दुनिया ने हमारे काढ़े की ताकत देखी थी। कोविड के दौर में हमारे आयुर्वेदिक चिकित्सकों ने आगे आकर चिकित्सा सेवा की कमान संभाली थी।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि जनजातीय वीरों ने सदैव मातृभूमि की सेवा की है। उनका योगदान अप्रतिम है। रानी दुर्गावती, रानी अवंतीबाई, राजा शंकर शाह, रघुनाथ शाह और टंट्या मामा ने अपने शौर्य से जनजातीय विरासत को गौरवान्वित किया है। प्रदेश सरकार जनजातीय क्षेत्रों के विकास स्वास्थ्य शिक्षा रोजगार सभी सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए संकल्पित है। उन्होंने छात्रों से जनजातीय क्षेत्रों में सेवा प्रदाय करने का आह्वान किया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने जनजातीय अंचलों में सेवाएं देने वाले डॉ. मुकेश तिलगाम, डॉ. राजेश डाबर, डॉ. महिला डाबर, सेवा अंकुर के अध्यक्ष डॉ. अश्विनी, डॉ. हितेश, डॉ. अभय ओहरी को सम्मानित किया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने जनजातीय क्षेत्रों में कार्यरत मेडिकल ऑफिसर्स को आरोग्य किट वितरित की। इस किट में जीवन रक्षक दवाएं एवं जांच के लिए आवश्यक उपकरण हैं। प्रदेशभर में 8000 से अधिक मेडिकल किट प्रदान की जा रही हैं। कार्यक्रम में सेवा अंकुर संस्था पर केंद्रित वीडियो फिल्म का प्रदर्शन भी किया गया।
मु्ख्यमंत्री डॉ. यादव के नेतृत्व में मध्यप्रदेश चिकित्सा क्षेत्र में बन रहा है अग्रणी राज्य : उप मुख्यमंत्री शुक्ल
उप मुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने कहा कि मु्ख्यमंत्री डॉ. यादव के नेतृत्व में मध्यप्रदेश चिकित्सा क्षेत्र में देश का अग्रणी राज्य बन रहा है। प्रदेश में स्वास्थ्य सुविधाओं के विकास के लिए राज्य सरकार नए मेडिकल कॉलेज शुरू करने पर जोर दे रही है। जनजातीय अंचलों में प्राथमिकता से मेडिकल कॉलेज खोले जाने के लिए सरकार कार्य कर रही है। राज्य सरकार आर्थिक रूप से कमजोर मेधावी छात्रों को उच्च शिक्षा के लिए सहयोग प्रदान कर रही है। ग्रामीण क्षेत्रों में सेवाएं देने पर मेडिकल स्टूडेंट्स को पीजी करने के लिए 10 प्रतिशत इंसेंटिव मार्क दिए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमें 348 सीएचसी को एफआरयू बनाना है। ग्रामीण और आदिवासी बहुल जिलों में डॉक्टर्स की कमी को पूरा करने में सरकार कोई कसर नहीं छोड़ रही है। आज हमें यह संकल्प लेने की आवश्यकता है कि हम समाज हित में प्रदेश और देश के विकास के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में कुछ समय अवश्य सेवायें दें। प्रदेश को चिकित्सा क्षेत्र में शीर्ष राज्यों में शामिल करने के लिए चिकित्सकों के समर्पण की आवश्यकता है।
जनजातीय युवाओं के विकास के लिए हर कदम में सरकार साथ: मंत्री शाह
जनजातीय कार्य मंत्री कुंवर विजय शाह ने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में सरकार प्रदेश के हर बच्चे के सपने को पूरा करने के लिए सहयोग दे रही है। जनजातीय युवाओं के विकास के लिए हर कदम में सरकार साथ खड़ी है। प्रमुख सचिव लोक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा संदीप यादव ने कहा कि आरोग्य सेवा संकल्प सम्मेलन में सभी चिकित्सा पद्धतियों के डॉक्टर शामिल हुए हैं। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार की ओर से 5 हजार से अधिक विद्यार्थियों को पोस्टमैट्रिक स्कॉलरशिप दी जा रही है। जनजातीय क्षेत्रों में सेवा करने वाले चिकित्सकों को सुषेण भत्ता दिया जा रहा है। कार्यक्रम में राज्य मंत्री लोक स्वास्थ्य चिकित्सा शिक्षा नरेन्द्र शिवाजी पटेल, जनजातीय बहुल विकासखंडों के 600 से अधिक चिकित्सक सहित निजी एवं शासकीय चिकित्सा महाविद्यालयों के 2000 से अधिक चिकित्सा छात्रों ने सहभागिता की।


