केंद्रीय राज्यमंत्री बीएल वर्मा ने कहा- मोदी सरकार ने हर वर्ग का रखा ध्यान, गरीबों के लिए तीन करोड़ नए घर बनेंगे
नोएडा
केंद्रीय राज्यमंत्री बीएल वर्मा ने भाजपा के संकल्प पत्र पर कहा कि मोदी सरकार ने हर वर्ग का ध्यान रखा है। महिलाओं के उत्थान के लिए विशेष ध्यान दिया जा रहा है। गरीबों के लिए 3 करोड़ नए घर बनेंगे। 70 वर्षीय बुजुर्गों के लिए आयुष्मान की सुविधा का संकल्प पत्र में जिक्र है। हम रिकॉर्ड तोड़ते नहीं, बनाते हैं और इस बार '400 पार, 370 भाजपा और 400 एनडीए होगा। भाजपा का घोषणा पत्र जारी होते ही सोमवार को प्रदेश के अलग-अलग जिलों में मंत्री और नेताओं ने प्रेस वार्ता कर घोषणा पत्र में किए गए 'मोदी की गारंटी' की जानकारी दी।
नोएडा पहुंचे केंद्रीय राज्यमंत्री बीएल वर्मा ने सरकार की उपलब्धियां गिनाईं और संकल्प पत्र पर बात की। उन्होंने कहा कि भाजपा का संकल्प पत्र 'मोदी की गारंटी' है। भाजपा हमेशा से ही घोषणा पत्र न बोलकर संकल्प पत्र बोलती है। हम जो संकल्प लेते हैं, उसे पूरा करने में विश्वास रखते हैं। ये संकल्प पत्र आगामी पांच सालों का नहीं बल्कि 2047 का रोडमैप है। 10 साल पहले नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बने। सबसे बड़ी चुनौती भ्रष्टाचार की थी। तब, प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि देश के संसाधनों, आमदनी, सुविधाओं पर पहला हक गरीबों का है। ये गरीब, युवा, व्यापारी, उद्यमी, महिलाओं का संकल्प पत्र है।
उन्होंने आगे कहा कि नॉर्थ ईस्ट के 8 स्टेट में 2014 से पहले उग्रवाद था। उसे अब अष्ट लक्ष्मी कहते हैं। सीमा सुरक्षा भी मजबूत है। 10 सालों में जितना विकास हुआ, उतना 60 साल में नहीं हुआ। 5 लाख रुपए तक फ्री इलाज का वायदा हमने पूरा किया। अब भाजपा 70 साल के ऊपर सभी बुजुर्ग को आयुष्मान कार्ड में शामिल करेगी। उज्जवला योजना के तहत गरीब परिवारों को सिलेंडर दिए गए। हर घर में नल लगाए गए। जो पहले दूर से पानी लाते थे, आज उनके घर में स्वच्छ पानी मिल रहा है। 80 करोड़ लोगों को फ्री में राशन दिया जा रहा है। हमने 10 साल में 56 हजार किलोमीटर हाइवे बनाए। पहले 60 सालों में 74 एयरपोर्ट थे, अब 174 हैं।
उन्होंने आगे बताया कि रेलवे को कायाकल्प किया गया है, रेलवे लाइन बिछाई जा रही है। स्टेशनों का कायाकल्प किया गया। सेमी फास्ट ट्रेन चलाई गई। बुलेट ट्रेन भी साउथ और उत्तर के लिए देने की बात है। काशी विश्वनाथ कॉरिडोर, उज्जैन महाकाल लोक, राम मंदिर का निर्माण हुआ। 22 जनवरी को राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा हुई। मंदिर बनने के बाद प्राण प्रतिष्ठा के लिए निमंत्रण दिया गया तो उसका भी विपक्ष ने निरादर किया।