यूपी सिपाही भर्ती परीक्षा में पेपर लीक नहीं सिर्फ बल्कि स्टीकर हटा था, बोर्ड चेयरमैन ने पेपर खुले मिलने पर दी सफाई
लखनऊ/बिजनौर.
शनिवार को बिजनौर के केपीएस इंटर कॉलेज परीक्षा केंद्र में प्रश्न पत्रों के बंडल की अंदरूनी सील टूटी मिलने पर अभ्यर्थियों ने हंगामा किया। उनका आरोप था कि उन्हें पेपर खुले मिले। इस पर बिजनौर पुलिस के अधिकारियों का कहना है कि प्रश्न पत्र डबल लेयर में सील थे। जिसे कक्ष निरीक्षक द्वारा परीक्षा केंद्र के अंदर ही खोला गया था।
बाद में इस पर प्रतिक्रिया देते हुए भर्ती बोर्ड के चेयरमैन राजीव कृष्णा ने कहा बिजनौर के परीक्षा केंद्र केपीएस कन्या इंटर कालेज में दो छात्रों ने आरोप लगाया है कि उनको प्रश्नपत्र खुले हुए मिले। उप्र पुलिस भर्ती बोर्ड ने इसे गंभीरता से लेकर पूरी छानबीन की है। सीसीटीवी फुटेज में प्रश्नपत्रों के बक्सों, कार्टन की सील सही स्थिति में मिली है। दो प्रश्नपत्रों के दो पैकेट पर केवल स्टिकर नहीं चिपका था। यह कोई पेपर लीक का मामला नहीं है। बोर्ड द्वारा प्रश्न पत्रों को स्ट्रांग रूम से निकाल कर उसे वितरित करने तक की पूरी प्रक्रिया की वीडियोग्राफी कराई जाती है। सोशल मीडिया पर इस प्रकरण को लेकर कुछ भ्रामक खबरें चल रही हैं। बोर्ड ऐसी भ्रामक सूचनाएं फैलाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेगा। उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया जाएगा।
बोर्ड ने दर्ज कराया मुकदमा
भर्ती बोर्ड ने शुक्रवार को परीक्षा आयोजित होने के बाद सोशल मीडिया पर पहली पाली के प्रश्न पत्र का एक वीडियो वायरल होने का संज्ञान लेकर राजधानी के हुसैनगंज थाने में अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। प्रारंभिक जांच में वीडियो में छेड़छाड़ कर समय बदलने की पुष्टि हुई है। बोर्ड के अध्यक्ष डीजी राजीव कृष्णा ने कहा कि परीक्षा पूरी सतर्कता एवं शुचिता के साथ कराई जा रही है। परीक्षा को प्रभावित करने का कोई भी कृत्य होने पर बोर्ड द्वारा तत्काल संज्ञान लेकर विधिक कार्यवाही की जा रही है। अभ्यर्थी किसी भी भ्रामक खबर का शिकार न बनें।
डीजीपी ने किया निरीक्षण
परीक्षा के दूसरे दिन डीजीपी प्रशांत कुमार लखनऊ विश्वविद्यालय में बनाए गये परीक्षा केंद्र का निरीक्षण किया और सुरक्षा व्यवस्था को लेकर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश में परीक्षा सफलतापूर्वक हो रही है। उन्होंने कहा कि पुलिस की टीमें लगातार सतर्कता बरत रही है। भर्ती बोर्ड ने इस बार परीक्षा को सकुशल आयोजित करने के लिए अभूतपूर्व इंतजाम किए हैं। तकनीक की मदद से हर अभ्यर्थी पर पैनी नजर रखी जा रही है।