एशियन गेम्स ट्रायल विवाद पर फिर मुखर हुए विनेश फोगाट व बजरंग पुनिया, विरोध करने वाले पहलवानों को जमकर लताड़ा
चंडीगढ़: चीन के हांगझोऊ में एशियन गेम्स 2023 को लेकर भारतीय कुश्ती संघ (WFI) की तदर्थ समिति ने बजरंग पुनिया और विनेश फोगाट को बिना ट्रायल के एंट्री दे दी है. WFI के फैसले पर अन्य पहलवानों ने विरोध किया और कोर्ट तक भी पहुंचे. लेकिन, कोर्ट ने ट्रायल में छूट देने के खिलाफ दाखिल याचिका खारिज कर दी. इसी बीच पहलवान विनेश फोगाट और बजरंग पुनिया ने सोशल मीडिया पर लाइव आकर अपना पक्ष सामने रखा है. विनेश फोगाट ने कहा कि इतने बड़े सिस्टम के खिलाफ धरने पर बैठना बहुत बड़ी बात है, लेकिन उस दौरान किसी खिलाड़ी में इतनी हिम्मत नहीं थी कि वे बाहर आएं. विनेश फोगाट ने कहा कि अगर विरोध करने वाले सही हैं तो गलत हम भी नहीं हैं.
एशियन गेम्स 2023 के लिए ट्रायल में छूट देने पर उठ रहे सवालों के बीच पहलवान विनेश फोगाट और बजरंग पुनिया ने सोशल मीडिया पर अपना जवाब दिया. ट्रायल में छूट देने के सवाल पर दोनों पहलवानों ने स्पष्ट किया है कि उन्होंने कभी भी ट्रायल में छूट नहीं मांगी थी. उन्होंने ट्रायल के लिए वक्त मांगा था. विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया ने बिना नाम लिए योगेश्वर दत्त सहित उन सभी खिलाड़ियों पर जमकर हमला बोला जो इस फैसले का विरोध कर रहे हैं.
दोनों पहलवानों ने नाम लिए बिना कुछ पहलवानों पर जमकर हमला बोला. बजरंग और विनेश ने कहा कि कुछ लोग बरसाती मेंढक की तरह कुछ दिन के लिए बाहर आए हैं. इन पहलवानों में यह भावना उत्पन्न होने लगी हैं कि उनके ऊपर कोई पहलवान ऊपर ना आ जाए इसलिए इसका विरोध कर रहे हैं. इसके अलावा विनेश और बजरंग ने कहा कि बृजभूषण शरण सिंह की नजर में अच्छे बनने के लिए ये पहलवान इन दिनों विरोध कर रहे हैं. दोनों पहलवानों ने कहा कि कुश्ती में फूट डालने की कोशिश की जा रही है. विनेश और बजरंग ने कहा कि, अगर ये पहलवान विरोध कर रहे हैं तो जब हम लोग जंतर-मंतर पर धरने पर बैठे थे तब ये पहलवान कहां थे.
विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया ने कहा कि, एशियन गेम्स के लिए ट्रायल में छूट मिलने पर कोर्ट का नोटिस आना बहुत चिंता की बात है. उन्होंने विरोध करने वालों पहलवानों से कहा कि अगर विरोध करना है तो सही तरीके से विरोध करें. उन्होंने कहा कि बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ लड़ाई के दौरान इनमें से कई पहलवानों ने साथ नहीं दिया. आज अपने हित में कोर्ट पहुंच रहे हैं.
इस दौरान विनेश फोगाट और बजरंग ने कहा कि यह देखकर अच्छा लग रहा है कि अंतिम पंघाल जैसे नए खिलाड़ी अपने हक के लिए लड़ रही हैं. लेकिन, उन्हें सोचना चाहिए कि वह भी लड़कियों को न्याय दिलाने के लिए सड़कों पर आए थे, लेकिन उस समय कोई नहीं आया. उन्होंने बिना नाम लिए कहा कि, वैसे लोग इन दिनों कुश्ती की पवित्रता की बात कह रहे हैं, जिन्होंने एक समय में नियमों को ताक पर रखते हुए अपना चयन करवाया था. ये वही, लोग हैं जो बिना ट्रायल के साल 2014 में एशियन गेम्स में गए थे. तब इनकी ईमानदारी कहां गई थी.
विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया ने कहा कि कुश्ती जगत को बदनाम ना करें. कुश्ती जगत की बैठक होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि, अगर परिवार पर बात आई तो हम भी परिवार पर बोलने से पीछे नहीं हटेंगे. कुश्ती के लिए मेहनत करो, दूसरों के कंधे के सहारे आगे बढ़ने की कोशिश ना करें. विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया ने पहलवानों को समाज के ठेकेदारों से बच के रहने की अपील की है.