
तेजस्वी यादव ने पत्नी का नाम क्यों बदला? गिरिराज सिंह ने वोटर लिस्ट मामले में जांच की मांग की
पटना
बिहार में जारी वोटर लिस्ट रिवीजन के बीच केंद्रीय मंत्री और बेगूसराय से सांसद गिरिराज सिंह ने नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव पर निशाना साधा है। उन्होने कहा कि तेजस्वी खुद को समाजवादी बताते हैं। यह कैसा ढोंग है। अपनी पत्नी का नाम क्यों बदल दिया। अगर उनकी पत्नी क्रिश्चन थी तो इससे क्या दिक्कत है। क्रिश्चन होना कोई गुनाह नहीं है। वो किस तरह से वोटर बनीं हैं, इसकी जांच होनी चाहिए। क्या वह नागरिकता प्रमाण पत्र के साथ बनी हैं। आधार कार्ड पर तो स्पष्ट लिखा हुआ है कि यह नागरिकता को प्रमाण नहीं करता है। आखिर डर किसको है। क्या घुसपैठियों को भारत का नागरिक होना चाहिए।
इससे पहले तेजस्वी यादव ने एक वीडियो शेयर करते हुए कहा था कि उनकी पत्नी जो 2-3 महीने पहले ही बिहार की वोटर बनी हैं, अब फिर से उनका मतदाता पत्र बनवाना पड़ेगा। क्योंकि तब आधार कार्ड ही मान्य दस्तावेज था। लेकिन अब दूसरे दस्तावेज देने होंगे। इस पर तेजस्वी चिंता जाहिर की थी। आपको बता दें 9 दिसंबर 2021 में तेजस्वी यादव ने अपने लंबे समय की दोस्त रेचल गोडिन्हो से शादी की थी। तेजस्वी ने अपने लंबे समय की दोस्त रेचल गोडिन्हो से विवाह किया था। वह रेवाड़ी के एक ईसाई परिवार से ताल्लुक रखती हैं, बचपन से ही दिल्ली में रह रही थीं। शादी के बाद रेचल ने अपना नाम राजश्री यादव रख लिया। अब नाम बदलने पर गिरिराज ने सवाल खड़े किए हैं।
वहीं कारोबारी गोपाल खेमका हत्याकांड पर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि 'बिहार में नीतीश कुमार को बदनाम करने के लिए षड्यंत्र रचा जा रहा है। आतंक फैलाओ, अपराध करो। राजनीतिक संरक्षित अपराध हो रहा है। कुछ लोग साजिश करके नीतीश कुमार को बदनाम करने के लिए यह कर रहे हैं। जिसका पर्दाफाश अब होने वाला है। उन्होने कहा कि 'एक राजनीतिक गैंग के द्वारा सोची समझी साजिश के तहत उपद्रव करके सरकार को बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं। उनके घर पर जाकर कहते थे कि अभी तक अपराधी नहीं पकड़ा रहा है। फिर कल से इन्हीं की आवाज खुलेगी कि अपराधी की नहीं, बल्कि नागरिक की हत्या हो गई है। इस दौरान उन्होने लालू यादव के शासनकाल की भी याद दिलाई।