बुंदेलखंड की महिलाएं उड़ाएंगी ड्रोन, दवा छिड़काव की हाईटेक व्यवस्था से समूहों को जोड़ने की तैयारी
छतरपुर
महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए जो समूह बनाए गए हैं वह अभी तक जमीनीस्तर पर कार्य करते रहे हैं लेकिन अब उनको हाइटेक व्यवस्था से जोड़ने की तैयारी है। आने वाले दिनों में समूह से जुड़ी महिलाओं के हाथों में ड्रोन नजर आएंगे। इन ड्रोन के माध्यम से वह खेतों में दवा का छिड़काव करेंगी और किसानों की सहायक बनेंगी। नई तकनीक से महिलाओं को जोड़ने के लिए भारत सरकार इस तरह की तैयारी कर रही है। इसे लेकर बुंदेलखंड के छतरपुर जिले में कृषि विभाग के सहयोग से महिलाओं को ड्रोन की तकनीकि जानकारी देना भी शुरू कर दी गई है। शुरुआती तौर पर महिलाओं को प्राइमरी जानकारी ड्रोन संचालन की दी जा रही है। इसके बाद आगामी तैयारी ड्रोन यूनिटों को लेकर होगी। क्योंकि यह ड्रोन यूनिट पांच से आठ लाख रुपये तक ही है।
ड्रोन का प्रशिक्षण पर प्लानिंग
आपको बता दें कि देशभर में शुरुआती चरण में करीब 15 हजार महिलाओं को ड्रोन से जोड़ा जाएगा। इनमें छतरपुर जिले से 12 से 15 महिलाओं को जोड़ा जा सकता है। विभागीय अधिकारियों का कहना है कि अभी पूरा ध्यान ड्रोन का प्रशिक्षण देने पर है। इसे बाद जो सरकारी की प्लानिंग होगी उसके अनुसार योजना पर काम किया जाएगा।
10 हजार समूहों से जुड़ी है एक लाख से ज्यादा महिलाएं
छतरपुर जिले में समूहों से जुड़कर महिलाओं ने खुद को आत्मनिर्भर बनाकर दिखाया है। कोई उद्यमी बन गई तो किसी ने अपनी यूनिटें खड़ी कर ली। अब महिलाओं को हाइटेक सिस्टम से जोड़ा जाएगा। अब समूह की महिलाएं किसानों के खेतों में ड्रोन के माध्यम से दवा का छिड़काव करेंगी। यह ड्रोन की यूनिट भी समूहों के माध्यम से दी जा सकती है।
अभी कृषि विभाग के पास जो ड्रोन हैं उनके माध्यम से गांव गांव में जाकर समूहों की महिलाओं को ड्रोन सिस्टम से जोड़ने के प्रयास किए जा रहे हैं। जिलेभर में करीब दस हजार समूहों से एक लाख से ज्यादा महिलाएं जुड़ी हैं, जो नवाचार करके खुद को साबित कर रही हैं। टुडर गांव में प्रशिक्षण देने पहुंची टीमकिसानों को भी ड्रोन तकनीक से अवगत कराने के लिए प्रशासन कीटीम छतरपुर जिले के ग्राम टुड़र में किसानों के बीच ड्रोन से दवा छिड़काव का प्रदर्शन किया गया।
ड्रोन तकनीक के बारे में किसानों दी गई जानकारी
किसानों को बताया गया कि किस तरह ड्रोन तकनीक किसानों के लिए किस तरह उपयोग हो सकती है। विकसित भारत संकल्प यात्रा के रथों में लगी एलईडी स्क्रीन द्वारा ड्रोन की जानकारी दी गई।