ईश्वर से सर्व संबंधों का जोड़ ही तो योग है: नरेश भारद्वाज
टीम एक्शन इंडिया
मनीष कुमार
अम्बाला: अपनी प्राचीनतम योग कला की इस अदम्य पहचान के साथ पूरे विश्व में अपने पूर्वज स्टेज की भूमिका निभाने वाले जगतगुरु भारत के इस पवित्र धरती अंबाला कैंट में ब्रह्माकुमारीज ईश्वरीय विश्वविद्यालय शांति धाम दयालबाग आश्रम में ब्रह्माकुमारीज एवं रोटरी क्लब अंबाला कैंट द्वारा दसवें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की पूर्व संध्या पर एक साँजा कार्यक्रम आयोजित किया गया नरेश भारद्वाज जी वा बीके शैली ने मिलकर मंच संचालन किया एवम् प्रोग्राम में आये सभी श्रोतागणों को शारीरिक योग करवाया और बताया कि हमारा शारीरिक व मानसिक स्वास्थ्य अध्यात्मिक स्वास्थ्य व सामाजिक स्वास्थ्य स्वयं का अहसास ये सभी इस योग की कला को समझने से ही संभव हैं।
इसके बाद राजयोगिनी बीके शैली दीदी ने कहा आत्मा ओर परमात्मा कोई भौतिक एनर्जी नहीं है ये अभौतिक एनर्जी है जब हम योग करते हैं तो उसमें अलग-अलग रंगों की किरणों को स्वयं पर पड़ते हुए महसूस करते हैं जिससे हमारे अंदर अनंत शक्ति का प्रवाह होता है हम अनुभव करेंगे कि परमात्मा हमारी हर बात सुन रहा है और हमें जीवन में आने वाली सभी परिस्थितियों के लिए मजबूत बना रहे हैं हम जागृत होकर महसूस करें उस एनर्जी को जो हमें परमात्मा से मिली है वह बहुत दूर तक फैल रही है उसका दायरा बढ़ता जा रहा है और इस पॉजिटिविटी को बढ़ाते हुए हम पूरे विश्व को बदल सकते हैं।
इसके बाद बीके शेली दीदी ने मेडिटेशन द्वारा एक डीप साइलेंस का अनुभव कराया। राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी प्रीति दीदी जी ने योग पर प्रकाश डालते हुए बताया कि एक स्वस्थ व्यक्ति एक अस्वस्थ व्यक्ति की तुलना में अधिक काम कर सकता है। आजकल जीवन बहुत तनावपूर्ण है और हमारे आसपास बहुत प्रदूषण है। यह कई स्वास्थ्य समस्याओं का कारण है। सिर्फ 10-20 मिनट का योग हर दिन आपके स्वास्थ्य को अच्छा रहने में मदद कर सकता है। बेहतर स्वास्थ्य का मतलब बेहतर जीवन है।