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अमेज़न जंगल से जुड़ी ये दिलचस्प बातें नहीं जानते होंगे आप, इन देशों तक फैला है जंगल

कोलंबिया

इस धरती पर वैसे तो बहुत सारे जंगल हैं, लेकिन आज की बदलती दुनिया में तेजी से जंगलों का सफाया हो रहा है और उनकी जगह पर बड़ी-बड़ी इमारतें बनाई जा रही हैं, जिससे धरती पर लगातार खतरा मंडरा रहा है. हालांकि इसके बावजूद जंगलों की कोई कमी नहीं है. कई तो इतने विशाल और खतरनाक हैं कि अगर कोई उनके अंदर घुस जाए तो बाहर निकलने में कई दिन लग सकते हैं और हो सकता है कि आप तरह-तरह के जानवरों के शिकार भी हो जाएं. ऐसा ही जंगल है अमेजन, जिसे दुनिया का सबसे बड़ा जंगल कहा जाता है. इसे ‘वर्षा वन’ भी कहा जाता है. इस जंगल से जुड़ी कई ऐसी बातें हैं, जो लोगों को हैरान कर देती हैं.

आइए जानते हैं इन हैरान करने वाले रहस्यों के बारे में…

इस जंगल को ‘धरती का फेफड़ा’ भी कहा जाता है और वो इसलिए कि धरती के कुल ऑक्सीजन का करीब 20 फीसदी हिस्सा इसी जंगल से प्राप्त होता है. आपको जानकर हैरानी होगी कि नमी युक्त यह विशाल जंगल कुल 70 लाख वर्ग किलोमीटर यानी 1.7 अरब एकड़ में फैला हुआ है। इसकी विशालता का अंदाजा आप इस बात से भी लगा सकते हैं कि यह अकेला जंगल कुल 9 देशों की सीमाओं को छूता है.

यह जंगल देखने में जितना खूबसूरत लगता है, उतना ही यह रहस्यमय भी है. कहते हैं कि इस जंगल में घुसने के बाद अगर कोई रास्ता भटक जाए तो फिर बाहर निकलना नामुमकिन हो जाता है. आपको जानकर हैरानी होगी कि इस विशाल जंगल में पेड़-पौधों की 16 हजार से अधिक प्रजातियां हैं, जबकि 25 लाख से अधिक कीड़ों की भी प्रजातियां यहां पाई जाती हैं. कहा जाता है कि इनमें कुछ कीड़े तो ऐसे भी हैं, जो अगर काट लें तो पलभर में इंसान को मौत की नींद सुला सकते हैं.

अमेजन का जंगल

बता दें कि अमेजन फारेस्ट को पृथ्वी का फेफड़ा भी कहा जाता है. क्योंकि दुनियाभर को 20 फीसदी ऑक्सीजन यहीं से मिलता है. इतना ही नहीं यह जंगल 2.1 मिलियन वर्गमील में दक्षिणी अमेरिका से ब्राजील तक फैला हुआ है. 

कई प्रजाति के पेड़-पौधे

अमेज़न के जंगल को दुनिया का सबसे खतरनाक और सुदंर जंगल भी कहा जाता है. इसका कारण ये है कि यहां दुनिया के सभी खतरनाक जानवर मौजूद हैं. वहीं जैव-विविधताएं (बायोडायवर्सिटी) का भंडार है. यहां पर लाखों प्रजाति के पेड़-पौधे भी पाए जाते हैं. कुछ पेड़ पौधे तो ऐसे हैं, जो दुनिया के किसी और देश में नहीं पाए जाते हैं. जानकारी के मुताबिक यहां 390 अरब पेड़ हैं, जिसमें 16 हज़ार से ज़्यादा उनकी प्रजातियां हैं. इतना ही नहीं, यहां 400 से ज्यादा आदिम जनजातियां भी रहती हैं. इन जनजातियों का बाहरी दुनिया से किसी तरह का संबंध नहीं है.

खतरनाक जानवर

वैज्ञानिकों के मुताबिक अमेजन के जंगल में कई खतरनाक जानवर पाए जाते हैं. जिसमें जहरीले सांप, चिंटी, बिच्छु जैसे छोटे जानवरों से लेकर टाइगर, बिल्ली प्रजाति के अलग-अलग जानवर शामिल हैं. आम इंसान इस जानवर भी घुसने से भी डरता है, क्योंकि ये इतना घना जंगल है कि आप इस जंगल में अगर एक बार खो जाएंगे, तो बाहर निकलना मुश्किल होगा. इसके अलावा जंगल में खतरनाक जानवरों का भी खतरा बना रहता है. बता दें कि प्रृथ्वी पर जितने जीव हैं, उसके एक तिहाई को एक साथ आप अमेज़न के जंगलों में ही देख सकते है. 

करोड़ों-अरबों कीड़ें

अमेज़न के जंगलों के कीड़ों की दुनियाभर में काफ़ी चर्चा होती है. जानकारी के मुताबिक यहां इतने हज़ार तरह के कीड़े और जंतु मिलते हैं कि उनमें से कुछ ही फ़ीसदी के बारे में अब तक वैज्ञानिकों को पता चला है. यहां की बुलेट चींटिया भी काफ़ी ख़तरनाक होती हैं. इस जंगल में मकड़ियों के 3 हज़ार से ज़्यादा प्रजातियां पाई जाती हैं,जिनमें ज़्यादातर ज़हरीली होती हैं. इनमें टारान्टुला मकड़ी को सबसे ख़तरनाक माना जाता है. 

कार्बन

बता दें कि लीड्स यूनिवर्सिटी ने साल 2017 में एक रिसर्च की थी. इसमें ये पाया गया था कि अमेज़न बेसिन जितना कार्बन ग्रहण करता है, वो कई देशों द्वारा हुए उत्सर्जन के बराबर है. नेशनल जियोग्राफ़िक की रिपोर्ट के मुताबिक अमेज़न रेनफॉरेस्ट का असर सिर्फ क्षेत्रीय वॉटर साइकल पर नहीं होता, बल्कि इसका असर ग्लोबल स्केल पर होता है. अमेज़न के जंगलों से जिस तरह बारिश होती है, वह क्षेत्रों से होते हुए पहाड़ों के कोने तक पहुंचता है. एक रिपोर्ट के मुताबिक अमेज़न रेनफॉरेस्ट के पास वह क्षमता है कि वह जितना बारिश पाता है, उसका आधा आगे प्रोड्यूस कर देता है. 

इन देशों तक अमेजन का जंगल

अमेज़न दुनिया का सबसे बड़ा वर्षावन है. ये जंगल 9 देशों से होकर गुज़रते हैं. इन जंगलों का करीब 60 फ़ीसदी ब्राज़ील, 13 फ़ीसदी पेरू, 10 फ़ीसदी कोलंबिया और बाकी का हिस्सा इक्वाडॉर, गुयाना, वेनेजुएला, बोलिविया, सूरीनाम और फ्रेंच गुयान से होकर गुज़रता है.

एनाकोंडा के बारे में तो आपने सुना ही होगा. ये विशालकाय सांप होते हैं, जो अमेजन की जंगलों में मौजूद नदी में अधिक पाए जाते हैं. इसके अलावा इन नदियों में पिरान्हा जैसी खतरनाक मछली और बिजली पैदा करने वाली मछलियां भी पाई जाती हैं. वहीं, कई तरह की जानलेवा बीमारियां फैलाने वाले पिशाच चमगादड़ भी इसी जंगल में पाए जाते हैं, यानी कुल मिलाकर यह जंगल एक खतरनाक जगह है, जहां जाना मौत के मुंह में जाने के समान है.

हालांकि ऐसा नहीं है कि इस जंगल में इंसान नहीं रहते, बल्कि 500 से अधिक आदिवासी प्रजातियां यहां निवास करती हैं. आपको जानकर हैरानी होगी कि इनमें से 50 फीसदी प्रजातियां तो ऐसी हैं, जिनका बाहरी दुनिया से कोई संपर्क ही नहीं है और कुछ ऐसी भी हैं, जो बाहरी दुनिया के लोगों को देखते ही मार देते हैं.

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