दाड़लाघाट और बरमाणा के ट्रक आपरेटरों ने किया धरना प्रदर्शन
बिलासपुर/टीम एक्शन इंडिया
अडानी समूह द्वारा पिछले 34 दिन से हिमाचल के दो सीमेंट संयंत्र एसीसी और अंबुजा सीमेंट प्लांट की तालाबंदी को लेकर बिलासपुर और सोलन जिला के हजारों ट्रक आपरेटरों ने वीरवार को पैदल मार्च कर विरोध जताया और अडानी ग्रुप के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। दोनों जिला में एक माह से चल रहा सीमेंट प्लांट विवाद दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। सभी ने एक स्वर में सीमेंट ढुलाई किराए को लेकर उपजे विवाद के चलते अदानी ग्रुप द्वारा सीमेंट प्लांट बंद रहने के विरोध में अपनी भड़ास निकाली। रोष प्रदर्शनकारियों ने हो हल्ला करते हुए कहा कि हिमाचल के इन दोनों सीमेंट प्लांटों के बंद होने से जहां ट्रक आॅपरेटरों से रोजगार छिन गया हैए वहीं आजीविका के लिए इन प्लांटों पर आश्रित हजारों अन्य लोगों के सामने भी रोजी रोटी का गंभीर संकट खड़ा हो गया है। फैक्ट्रियां दोबारा खोलने की मांग को लेकर ट्रक आॅपरेटर लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं लेकिन इतने दिन बीत जाने के बाद भी स्थिति जस की तस है। अब माल भाड़े के मसले को लेकर ट्रक आॅपरेटर आर-पार की लड़ाई पर उतर आए हैं।
इस रैली में दाड़लाघाट और बरमाणा के करीब 5,000 ट्रक आॅपरेटर शामिल हुए। बिलासपुर के नौणी से उपायुक्त कार्यालय तक 12 किलोमीटर का यह मार्च सुबह 11:30 बजे से शुरू हो गया था। इससे कुछ पल के लिए चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाईवे पर पर जाम लग गया था लेकिन पुलिस प्रशासन ने पहले से ही रोड मैप तैयार कर लिया था। पोलिस ने चंडीगढ़.मनाली मार्ग से यातायात को घागस-जुखाला मार्ग पर डायवर्ट कर लिया था। पैदल मार्च को देखते हुए पुलिस के करीब 100 जवान तैनात किए गए थे। बरमाणा की बीडीटीएस सभा से जुड़े ट्रक आॅपरेटर और दाड़लाघाट अम्बुजा सीमेंट प्लांट से जुड़ी दोनों यूनियनों ने नौणी से उपायुक्त कार्यालय बिलासपुर तक पैदल मार्च किया।
चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाईवे से होता हुआ ट्रक आॅपरेटरों की यह विरोध प्रदर्शन मार्च उपायुक्त कार्यालय पहुंचा। कभी देर तक धरना प्रदर्शन किया और उपायुक्त के माध्यम से सरकार को ज्ञापन भेजा। बता दें इससे पूर्व भी 30 दिसंबर को बिलासपुर शहर में हुए पैदल मार्च में ट्रक आॅपरेटरों ने इस तरह का ही विरोध प्रदर्शन किया था। करीब दो घंटे तक चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाईवे पर यातायात बाधित रहा था। पुलिस अधीक्षक दिवाकर शर्मा ने बताया कि पर्यटकों और निजी कार्यों के आवा गमन वालों को परेशानी का सामना न करन पड़े इसके लिए आॅपरेटरों के विरोध प्रदर्शन की सुचना मिलते ही पहले से ही रोड मैप तैयार कर लिया था। साथ ही सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम के लिए जगह-जगह पुलिस तैनात कर रखी थी।