सनातन संस्कृति को बचाने के लिए देश भर में करेंगे 100 महायज्ञ
मंडी/खेमचंद शास्त्री
धर्मार्थ सेवा चेरेटिवल ट्रस्ट हरिद्वार के सौजन्य से मंडी के माता भीमाकाली मंदिर परिसर में विश्व कल्याण के लिए आगामी 12 मार्च से 18 मार्च तक 50वां विशाल कोटि रूद्र महायज्ञ का आयोजन किया जा रहा है। ट्रस्ट के अध्यक्ष आचार्य नित्यानंद सेमवाल ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि सनातन धर्म और प्रकृति को बचाने के उद्देश्य से उन्होंने आगामी 12 साल में देश भर में 100 कोटि रूद्र महायज्ञ आयोजित करने का लक्ष्य रखा है। उन्होंने कहा कि अपने इस अभियान का शुभारंभ उन्होंने वर्ष 1995 में भगवान शंकर का मंदिर बनाने के साथ ही कोटि रूद्र महायज्ञ की शुरूआत की थी। मंडी में होने वाला 50 वां कोटिरूद्र महायज्ञ होगा, जिसमें 751 ब्राम्हणों द्वारा सिद्धपीठ माता भीमाकाली मंदिर प्रांगण भ्यूली में इस महायज्ञ में भाग लिया जाएगा।
सात दिन तक चलने वाले इस महायज्ञ में हर रोज 3100 रूद्र पाठ किए जाएंगे। महायज्ञ के प्रथम दिन कलश यात्रा सुंदर झांकियों के साथ निकाली जाएगी। इस महायज्ञ में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू, सांसद प्रतिभा सिंह व स्थानीय विधायक अनिल शर्मा को आमंत्रित किया जा रहा है। उनके माध्यम से महायज्ञ का शुभारंभ और मंडप प्रवेश करवाया जाएगा। उन्होंने कहा कि उस दिन गणेश पूजन व ब्राम्हण वरण होगा। दोपहर बाद तीन से छह बजे तक संगीतमय कथा एवं दिव्य सत्संग का आयोजन किया जाएगा। जिसका प्रसारण ईश्वर चेनल पर लाइव दिखाया जाएगा।
संध्याकालीन आरती व प्रसाद वितरण होगा। उसी प्रकार द्वितीय दिवस बेदोक्त विधि से पूजा व पाठर्थियों द्वारा पाठ व आचार्यों द्वारा वेदी पूजा संपन्न करवाई जाएगी। इस यज्ञ में 51 वेदियां व 51 हवन कुंड होंगे जिसमें 51 क्विंटल हवन सामग्री का हवन इन सात दिनों में किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस दौरान प्रतिदिन 11000 पाठ व दशांश हवन और 5100 शिवलिंगों पर प्रतिदिन अभिषेक करवाया जाएगा। यज्ञ अभिषेकात्मक एवं होमात्मक दोनों प्रकार से होगा। इस अवसर पर माता भीमाकाली ट्रस्ट के संरक्षक टीएल वैद्य, प्रधान पुष्पराज शर्मा, धर्मार्थ चेरिटिवल ट्रस्ट के सदस्य कुणाल पुरी और एस महेंद्रू भी मोजूद रहे।