हरियाणा और पंजाब बॉर्डर से सटे शंभू बॉर्डर पर किसानों का धरना जारीटीम एक्शन इंडिया
जब तक उनकी मांगे नहीं मानी जाती है, यह प्रदर्शन इसी प्रकार जारी रहेगा: किसान संगठन
मनीष कुमार
अम्बाला: हरियाणा और पंजाब बॉर्डर से सटे शंभू बॉर्डर पर किसानों का धरना जारी है। किसान अब भी अपनी मांगो को लेकर प्रदर्शन कर रहे है। उनका कहना है कि जब तक उनकी मांगे नहीं मानी जाती है, यह प्रदर्शन इसी प्रकार जारी रहेगा। किसानों ने कहा कि पंजाब में चुनाव है, लेकिन वह यहां पर अपना प्रदर्शन सुचारू रूप से चलाए हुए है तथा सरकार से मांग करते है कि सभी फसलों पर एमएसपी दी जाए, जिससे किसानों की आए मे बढ़ोतरी हो सके।
उन्होने कहा कि इससे पहले भी तीन कृषि कानून बनाए गए थे, जिन्हें विरोध के बाद सरकार द्वारा वापिस लिया गया। उन्होने कहा कि एक एकड़ फसल लगाने पर खर्च काफी अधिक आता है, जबकि उसके दाम बाजार में काफी कम मिलते है। उन्होने कहा केन्द्र सरकार को चाहिए कि वह किसानों के हित में योजनाएं बनाए, जिससे किसानों की आय में वृद्धि हो।
उन्होने यह भी कहा कि किसान अनाज उगाता है, तभी देश के कोने-कोने तक अनाज पहुंचता है, लेकिन किसान को फसले बेचने के लिए दर-दर भटकना पड़ता है।
वहीं किसानों ने यह भी कहा कि जब वह शांतिपूर्वक प्रदर्शन करते हैं तो उन पर मुकदमे दर्ज कर दिए जाते है। उन्होेंने कहा कि गत माह किसान प्रदर्शन के लिए दिल्ली जाना चाह रहे थे लेकिन हरियाणा सरकार ने जगह-जगह पर बैरीगेट लगा दिए, यहां तक शंभू के नजदीक दीवार सडक पर बना दी।
किसानों पर आंसू गैस के गोले छोडे गए और किसानों पर भी मुकदमें दर्ज किए गए। उन्होंने कहा कि किसान नेताओं को गिरफ्तार किया गया, वहीं रास्ता बंद होने के कारण अभी भी बसों, वाहनों को घन्नौर सहित गांवों से होकर जाना पड़ रहा है। यहां तक कि अंबाला से राजपुरा का 20 मिनट का सफर 2 घंटें में पूरा हो रहा है। बता दें कि शंभू बॉर्डर पर किसान अपनी विभिन्न मांगों को लेकर धरना दे रहे हैं। इस आंदोलन के दौरान पुलिस ने युवा नेता नवदीप सिंह जलबेड़ा समेत 3 किसानों को भी गिरफ्तार कर लिया था ।
जिसके बाद उनकी रिहाई की मांग को लेकर पंजाब के 2 किसान संगठन 17 अप्रैल से रेलवे स्टेशन पर ट्रैक जाम करके बैठे थे। जिन्होंने काफी समय बाद रेलवे ट्रैक तो खोल दिया लेकिन प्रशासन की तरफ से बंद किया गया रोड अभी भी बंद है।