प्यासे पंछियों को पानी पिलाएं, आओ इस आदत को… संस्कार बनाएं!
टीम एक्शन इंडिया
पानीपत्/कमाल हुसैन: गर्मी आते ही हमारे साथ ही पशु पक्षियों को भी पानी की आवश्यकता अधिक होने लगती है। हम तो पानी एकत्रित करके रख लेते हैं लेकिन पशु पक्षियों को पानी की तलाश करना पड़ता है। अगर छोटा सा प्रयास कर अपने घर के आस-पास पेड़ों में पशु पक्षियों के लिए पानी की व्यवस्था करते हैं तो हर साल प्यास से मरने वाले पशु पक्षियों की संख्या में कमी आ जाएगी।
इसी उद्देश्य के साथ दीक्षित जैन ने अपने युवा मित्रों के साथ एक अभियान शुरू किया है। जिसमें हर्ष गहलौत, केशव तनेजा, कृष्णा चुघ, लक्ष्य चावल, केशव सलूजा, जय तनेजा, मोहित गर्ग मुख्य रूप से शामिल है। दीक्षित जैन ने इन सभी के साथ मिलकर पक्षियों के लिए दर्जनों सकोरें अपने आस पड़ोस में बांटे। साथ ही अपने सेक्टर के कई घरों की छतों पर भी रखवाएं।
पक्षियों के प्यास की चिंता करते हुए शहर के इन युवाओं ने हाथ बढ़ाया है। सभी ने मिलकर विभिन्न स्थानों पर पक्षों में पशुओं के लिए पानी भोजन की व्यवस्था में जुट गए हैं। दीक्षित जैन का कहना है कि गर्मी में पानी को अमृत के समान माना जाता है मनुष्य को प्यास लगती है तो वह कहीं भी मांग कर पी लेता है लेकिन मूक पशुओं पक्षियों को प्यास में तड़पना पड़ता है, हालांकि जब वे प्यासे होते हैं तो घरों के सामने दरवाजे पर आकर खड़े हो जाते हैं।
कुछ लोग पानी पिला देते हैं तो कुछ लोग भगा भी देते हैं। इस गर्मी में पशु पक्षियों की प्यास बुझाने के लिए लोगों को प्रयास करना चाहिए, गर्मियों में कई परिंदों व पशुओं की मौत पानी की कमी के कारण हो जाती है। लोगों का थोड़ा सा प्रयास घरों के आसपास उडऩे वाले परिंदों की प्यास बुझा कर उनकी जिंदगी बचा सकता है।
गर्मियों में घरों के आसपास पक्षियों की चहचहाहट बनी रहे, इसके लिए जरूरी है कि लोग पक्षियों से प्रेम करें और उनका विशेष ख्याल रखें। गर्मी में अपने घरों के बाहर छतों पर पानी के बर्तन रखे और हो सके तो छतों पर पक्षियों के लिए छाया की व्यवस्था भी करें। गर्मी में तापमान से राहत मिलती है और शरीर में पानी की कमी नहीं होती। वहीं मवेशियों के लिए भी अपने घरों के सामने एक पात्र रखना चाहिए।