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लुधियाना में कबड्डी खिलाड़ी की हत्या, लॉरेंस गैंग ने किया अंजाम; कहा- दुश्मनों के मददगारों की नहीं बख्शी जाएगी जान

लुधियाना 

पंजाब के लुधियाना में कबड्डी प्लेयर गुरविंदर सिंह की हत्या की जिम्मेदारी लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने ले ली है सोशल मीडिया पर एक पोस्ट कर बताया गया कि इस मर्डर के पीछे बिश्नोई गैंग का ही हाथ है। पोस्ट में चेतावनी भी दी कि जो दुश्मनों का साथ, उसका भी यही हाल करेंगे।

बीते दिन लुधियाना जिले के समराला ब्लॉक में कबड्डी प्लेयर की गोलियों से भूनकर हत्या कर दी गई। मृतक खिलाड़ी की पहचान गुरविंदर सिंह (उम्र 23 साल) के तौर पर हुई है। पुलिस के अनुसार, चार नकाबपोश हमलावर बाइक पर सवार होकर आए और गुरविंदर सिंह और उसके साथियों पर ताबड़तोड़ गोलियां चला दी।

बाइक सवार बदमाशों ने बरसाई गोलियां

जानकारी के अनुसार घटना के समय गुरविंदर और उनके धर्मवीर और लवप्रीत सिंह गांव के एक मेडिकल स्टोर के पास सामुदायिक कार्यक्रम की तैयारी में जुटे थे। इसी दौरान अचानक वहां हमलावर आए और ताबड़तोड़ गोलीबारी शुरू कर दी। मौके से पुलिस के हाथ कई खाली कारतूस लगे हैं।

लॉरेंस गैंग ने सोशल मीडिया पोस्ट में क्या लिखा.. मानकी समराला में जो मर्डर हुआ है, उसकी जिम्मेदारी हैरी बॉक्सर और आरजू बिश्नोई (लॉरेंस बिश्नोई ग्रुप) लेते हैं। ये मर्डर हमारे भाइयों करन मदपुर और तेजी चक ने किया है। बब्बू समराला और उसके साथ वाले, जो हमारे दुश्मन का साथ दे रहे हैं, कान खोलकर सुन लो, तुम्हारे में जो भी मिल गया, उसका भी यही हाल करेंगे।

ये चेतावनी सबके लिए है जाे-जो हमारे दुश्मनों का साथ दे रहे हैं या तो सुधर जाओ या तैयार हो जाओ, अगली गोली तुम्हारी छाती में मारेंगे। हमारी नजर सबके ऊपर है। हमे सबका पता है। कौन किसकी मदद कर रहा है। अच्छा यही रहेगा खुद पीछे हट जाओ नहीं तो हम हटाना अच्छी तरह से जानते हैं। पोस्ट के अंत में गैंगस्टरों के नाम लिखे हुए हैं।

बिश्नोई गैंग ने ली जिम्मेदारी

सोशल मीडिया पर एक पोस्ट कर बिश्नोई गैंग ने इस हत्या की जिम्मेदारी ली है। फेसबुक पर अनमोल बिश्नोई नाम के अकाउंट से पोस्ट कर कहा गया, "जो कबड्डी खिलाड़ी का मर्डर हुआ है, उसकी जिम्‍मेदारी हरि बॉक्‍सर और आरजू बिश्‍नोई (लॉरेंस बिश्‍नोई ग्रुप) लेते हैं। हमारे भाइयों करण मादपुर और तेज चक ने ये हत्या की है।"

पोस्ट में चेतावनी देते हुए कहा गया, "बाबू समराला और उसके साथ वाले जो-जो हमारे दुश्‍मनों का साथ दे रहे हैं, वो कान खोलकर सुन लो> तुम्‍हारे में से जो भी मिल गया, उसका भी यही हाल करेंगे। ये चेतावनी सबके लिए है, जो-जो हमारे दुश्‍मनों का साथ दे रहे हैं या तो सुधर जाओ या तैयार रहो, अगली गोली तुम्‍हारी…।"

गौरतलब है कि लुधियाना में लगातार हो रही कबड्डी प्लेयर की हत्याओं से डर और दहशत का माहौल है। इससे पहले 31 अक्टूबर को भी कबड्डी प्लेयर तेजपाल की हत्या कर दी गई थी।

सोमवार रात को नकाबपोश हमलावरों ने की थी हत्या 3 नवंबर, सोमवार देर रात गांव की पुली पर 3 दोस्त नगर कीर्तन को लेकर सड़क की सफाई कर रहे थे। अचानक चार नकाबपोश आए और उन्होंने ताबड़तोड़ गोलियां चलाई। गुरविंदर को पेट में गोली लगी और जबकि उसके साथी धर्मपाल को भी गोली लगी। उन्हें समराला सिविल अस्पताल ले गए और उनकी गंभीर स्थित को देखते हुए पीजीआई रेफर कर दिया गया। इस दौरान गुरविंदर की रास्ते में ही मौत हो गई। धर्मपाल पीजीआई चंडीगढ़ में दाखिल है।

पिता ने कहा- गुरविंदर की रंजिश नहीं थी, गिरफ्तारी तक संस्कार नहीं करेंगे कबड्‌डी प्लेयर गुरविंदर के पिता राजिंदर सिंह का कहना है कि उनके बेटे की किसी के साथ निजी दुश्मनी नहीं थी। उन्होंने कहा क उसके साथ जो युवक थे, उनकी दुश्मनी थी। उनके चक्कर में गुरविंदर की जान चली गई। गुरविंदर की मौत के बाद उसका शव सिविल अस्पताल समराला में रखा गया है। पुलिस ने बुधवार को शव का पोस्टमॉर्टम करना था लेकिन उसके परिजनों ने पुलिस को साफ कह दिया कि जब तक उन्होंने आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया तब तक वो शव का अंतिम संस्कार नहीं करेंगे।

पुलिस बोली- कबड्‌डी प्लेयर नहीं था, पुलिस का इनकार खन्ना के एसपी पवनजीत सिंह ने कहा कि गुरविंदर सिंह कबड्‌डी का खिलाड़ी नहीं था बल्कि वह कबूतर पालने का शौकीन था। इसके जवाब में पिता ने एतराज जताते हुए कहा कि उनका बेटा स्थानीय स्तर पर कबड्डी खेलता था और वह कबूतर पालने का शौक भी रखता था। उसने घर में कबूतर भी पाले हुए थे। पुलिस के यह कहने पर उन्हें सख्त एतराज है कि गुरविंदर कबड्‌डी का प्लेयर नहीं था।

कांग्रेस बोली- खिलाड़ियों को मेडल के बजाय मिल रही गोलियां कांग्रेस के विधायक व हॉकी टीम के पूर्व कप्तान परगट सिंह ने कबड्‌डी खिलाड़ियों पर हो रही फायरिंग पर गंभीर सवाल खड़े किए। परगट सिंह ने कहा क पंजाब में हमारे कबड्डी खिलाड़ी मेडल जीतने के बजाय अब गोलियों का निशाना बन रहे हैं। पहले संदीप सिंह, फिर तेजपाल सिंह और अब गुरिंदर सिंह। सरकार कितने परिवार उजाड़ने के बाद जागेगी? कानून-व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो चुकी है। इन लगातार हो रहे हत्याओं की जिम्मेदारी कौन लेगा?।

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