नशा छोड़ चुके लोगों को मुख्यधारा से जोड़ने का प्रशासन का प्रयास
करनाल/टीम एक्शन इंडिया
उपायुक्त अनीश यादव ने जिला में नशा मुक्त भारत अभियान को प्रभावशाली तरीके से सफल बनाने के लिए 7 लाख 50 हजार रुपये की ग्रांट मनोरोग विभाग को मुहैया करवाई है। इस राशि से नागरिक अस्पताल करनाल में स्थापित नशा मुक्ति केंद्र का विस्तार किया जाएगा। जिसमें बेड की संख्या 6 से बढ़ाकर 20 किए जाने तथा नशा छुटवाने के लिए मरीजों को अन्य गतिविधियों से जोडने के निर्देश दिए। उन्होंने नशा मुक्त भारत अभियान से जुडे सम्बन्धित विभाग के अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि नशे जैसी बुराई से जुड़े अधिक से अधिक मरीजों की पहचान करके उनका ईलाज करवाए और उन्हें समाज की मुख्य धारा से जोडे। प्रशासन की ओर से नशा छोड चुके ऐसे बेरोजगार युवाओं को रोजगार व स्वरोजगार के अवसर पर मुहैया करवाए जाएगें।
उपायुक्त अनीश यादव वीरवार को लघु सचिवालय सभागार में नशा मुक्त भारत अभियान के तहत गठित जिला स्तरीय कमेटी की बैठक ले रहे थे। उन्होंने कहा कि नशा एक ऐसी बुराई है जो व्यक्ति को शारीरिक रूप से तो कमजोर करती है और आर्थिक रूप से भी नुकसान पहुंचाती है। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग व नशा मुक्ति केंद्रों द्वारा नशा छोड?े को लेकर लगातार अभियान चलाना चाहिए। गांवों में अधिक से अधिक कैंप लगाने चाहिए। उन्होंने कहा कि हमें लोगों को इस नशे की गिरफ्त से बचाना है। जो लोग इस दलदल में फंस चुके हैं, उन्हें बाहर निकालने में मदद करनी है। इसके लिए नशामुक्ति केंद्र में जो भी सुविधाएं चाहिए, प्रशासन की ओर वह मुहैया करवाई जाएगी।
जिला समाज कल्याण अधिकारी सत्यवान ढ़िलौड ने मीटिंग के एजेंटे के अनुसार बताया कि जिला मिशन टीम, सब-डिविजनल मिशन टीम, कलस्टर मिशन टीम, वार्ड मिशन टीम और विलेज मिशन टीमों का गठन हो चुका है और वे लोगों को नशे की बुराई से दूर करने बारे जागरूक कर रही है तथा ऐसे लोगों की पहचान करके उनका नशा मुक्ति केंद्रों के माध्यम से ईलाज करवाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि विलेज मिशन व वार्ड मिशन टीम की गत 18 जनवरी को पंचायत भवन में अतिरिक्त उपायुक्त की अध्यक्षता में ट्रेनिंग दिलावाई जा चुकी है।
उन्होंने बताया कि सभी नशा मुक्ति केंद्रों को प्रयास एप पर रजिस्टर किया जाना है ताकि नशे से ग्रसित मरीजों का डाटा आॅनलाइन किया जा सकें। इस बारे सभी नशा मुक्ति केंद्रों के संचालकों के साथ इंस्पेक्टर नारकोटिक्स सेल के साथ मीटिंग हो चुकी है। एचएसएनसीबी मधुबन करनाल द्वारा एक लिंक सभी उपायुक्तों व जिला समाज कल्याण अधिकारियों को भेजा जाएगा जैसे ही लिंक प्राप्त होता है तुरंत कार्यवाही करते हुए पूर्ण डाटा अपलोड कर दिया जाएगा।
सिविल सर्जन डॉ. योगेश शर्मा ने बताया कि गोल्डन फयूचर नशा मुक्ति केंद्र असंध का दौरा करने पर रिकार्ड की व्यवस्था उचित ढग से न होने कारण तथा पर्याप्त मात्रा में स्टाफ उपलब्धता नहीं होने तथा दवाइयों का सही तरीके से वितरण नही किए जाने बारे कमियां पाई गई थी, इस पर उपायुक्त ने सिविल सर्जन को निर्देश दिए कि इसकी रिपोर्ट मुख्यालय भेजे और सम्बन्धित के खिलाफ कार्यवाही अमल में लाई जाने की सिफारिश की जाए। उन्होंने बताया कि जिला में स्थापित सरकारी व प्राईवेट नशा मुक्ति केंद्रों के माध्यम से 8 जागरूकता कैम्प लगाए गए है, जिसमें 109 नशा ग्रस्त लोगों की शिनाख्त हुई है, जिनमें से 69 का ईलाज किया जा रहा है तथा शेष लोगों को भी नशा मुक्ति केंद्रों पर लाने का प्रयास जारी है,उनका भी तुरंत ईलाज शुरू कर दिया जाएगा। बैठक में मनोचिकित्सक डॉ. मनन गुप्ता ने बताया कि पिछले माह स्वास्थ्य विभाग की ओर से कलसौरा गांव में जागरूकता कैम्प आयोजित किया गया था, जिसमें 46 मरीजों की शिनाख्त हुई थी, 24 लोगों का ईलाज शुरू कर दिया गया था और इनमें से 11 लोग नशा मुक्त हो चुके है तथा एक व्यक्ति ने इस बुराई से निजात पाकर प्राईवेट फैक्ट्री में नौकरी करना शुरू कर दिया है और उसे मासिक 18 हजार रुपये की आमदनी शुरू हो गई है और अब उसका परिवार खुशहाली की ओर बढ़ रहा है।
उन्होंने यह भी बताया कि जो कलसौरा गांव के जो 11 लोग नशे से मुक्त हो गए है वह अब जागरूकता मुहिम को लीड कर रहे है और घर-घर जाकर लोगों की पहचान करवाने में मदद कर रहे है। इस पर उपायुक्त अनीश यादव ने स्वास्थ्य विभाग के कार्य की सहराना की और कहा कि नशे से ग्रस्त अन्य लोगों को भी नशे से मुक्ति दिलाकर समाज की मुख्यधारा में शामिल करें। बैठक में डॉ. मनन ने यह भी बताया कि नागरिक अस्पताल में रूम नंबर 18 में नशे से ग्रस्त व्यक्ति बेजीजक आकर मिल सकते है उनका इलाज निशुल्क किया जाएगा। मदद मांगना शक्ति का प्रतीक है।
एक रिटेल/होलसेल ड्रग विक्रेता का किया लाइसेंस रद्द , 4 के लाइसेंस किए सस्पेंड
बैठक में सीनियर ड्रग कंट्रोल आॅफिसर गुरचरण सिंह ने उपायुक्त को अवगत कराया कि उनकी टीम द्वारा निरीक्षण के दौरान एक रिटेल/होलसेल दवाई विक्रेता असंध के शिव मेडीकोज की दुकान में नशे में प्रयोग होने वाली दवाओं का पूर्ण बिक्री रिकॉर्ड सही प्रकार से न पाए जाने पर लाइसेंस रद्द किया गया। इसके अलावा गांव अंजन थली में वी.के मेडिकल स्टोर, अशोक नगर करनाल में चंद मेडीकोज, जीटी रोड करनाल पर स्थापित लक्ष्मी फार्मा तथा एसडी मंदिर मार्किंट करनाल में स्थापित भारत मेडिकल एजेंसी के लाइसेंस सस्पेंड कर दिए गए।
बैठक में पुलिस अधीक्षक गंगाराम पुनिया, एडीसी डॉ. वैशाली शर्मा, घरौंडा एसडीएम अदिति, एसडीएम असंध मनदीप कुमार, सिविल सर्जन डॉ योगेश शर्मा, जिला शिक्षा अधिकारी राजपाल चौधरी, उप सिविल सर्जन डॉ सिम्मी कपूर, मनोचिकित्सक डॉ मनन गुप्ता, जिला समाज कल्याण अधिकारी सत्यवान ढिलौड, जिला न्यायवादी डॉ पंकज सैनी सहित अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।