खराब मौसम ने बढ़ाई बागवानों की चिंता, बारिश के कारण सेब पर आ रहा कालापन, मंडी में भी कम हुए फसल के दाम
कुल्लू: जिला कुल्लू में खराब सड़कों ने सेब के बागवानों की मुश्किलें एक बार फिर से बढ़ा दी है. हालांकि जिला कुल्लू की सब्जी मंडियों में सेब की फसल को खरीद कर व्यापारी बजौरा से कटोला सड़क मार्ग होते हुए बाहरी राज्यों की और अपने वाहन भेज रहे थे. जिससे बागवान को भी राहत मिली थी, लेकिन बीते दो दिनों से पंडोह सड़क व कटोला सड़क मार्ग भूस्खलन के चलते बंद है. जिसके चलते जिला कुल्लू में सेब का सीजन बुरी तरह से प्रभावित हुआ है.अगस्त माह तक जिला कुल्लू में सब का सीजन 50 प्रतिशत से अधिक पूरा हो जाता था, लेकिन अभी तक 30% सेब भी बगीचे से नहीं निकल पाया है.
वहीं, खराब मौसम के चलते अब सेब के दामों पर भी इसका बुरा असर पड़ना शुरू हो गया है. जिला कुल्लू में बीते सप्ताह भी खराब मौसम के चलते 5 दिनों के लिए सब्जी मंडियों को बंद कर दिया गया था. सोमवार से सब्जी मंडी फिर से खुल गई थी और फल व सब्जियों की खरीदारी भी व्यापारियों के द्वारा की जा रही थी ल.नलेकिन दो दिनों के बाद अब सड़क बंद होने के चलते फिर से बागवान को सेब का तुड़ान रोकना पड़ा है. ऐसे में अब बागवानों को यह चिंता सता रही है कि अगर जल्द ही दोनों सड़क मार्ग वाहनों की आवाजाही के लिए बहाल नहीं हुई. तो उनका सेब बगीचे में ही खराब हो जाएगा.
जिला कुल्लू की सब्जी मंडियों में पहले सेब को 100 रुपए से लेकर 140 रुपए तक दाम मिल रहे थे, लेकिन खराब मौसम के चलते अब यह दाम 60 रुपए से लेकर 80 रुपए तक आ गए हैं. जिला कुल्लू में इस बार दो सप्ताह देरी से सेब सीजन भी शुरू हुआ है और सेब का सीजन अक्टूबर माह तक चलने की भी उम्मीद है, लेकिन खराब मौसम के चलते अब बागवानों की चिंता दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है.
बार-बार हो रही बारिश के चलते अब पेड़ पर ही सेब के फल पर काला रंग चढ़ना शुरू हो गया है. सेब पर काला रंग होने के चलते इसकी गुणवत्ता पर भी असर पड़ रहा है और इसी कारण से अब सब्जी मंडी में सब के दाम भी बागवानों को कम मिल रहे हैं. वही सेब के पेड़ में भी अधिक बारिश होने के चलते पत्ते भी झड़ने शुरू हो गए हैं. जिससे सेब के पेड़ की सेहत पर भी बुरा असर होगा.फल एवं सब्जी उत्पादक संगठन कुल्लू के महासचिव सुनील राणा ने बताया कि बारिश के कारण जिला कुल्लू के ग्रामीण क्षेत्रों में सड़कों के हाल पहले ही खराब है. वहीं, बाहरी राज्यों को जाने वाले दोनों सड़क मार्ग भी भूस्खलन के कारण बंद है.
ऐसे में पहले ग्रामीणों को अपनी फसल मंडियों में लाने तक दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है और उसके बाद मंडी से व्यापारियों को भी बाहरी राज्यों में अपनी फसल ले जाने में परेशानी उठानी पड़ रही है. अगर जल्द ही सड़कों की हालत नहीं सुधरी तो अबकी बार सेब के बागवानों को करोड़ों रुपए का नुकसान भी उठाना पड़ेगा.डीसी कुल्लू आशुतोष गर्ग का कहना है कि भारी बारिश के चलते पंडोह सड़क मार्ग भी बंद है और वाया कटोला सड़क मार्ग पर भी वाहनों की आवाजाही नहीं हो रही है. जैसे ही सड़क मार्ग बहाल होगा तो प्राथमिकता के आधार पर फल व सब्जियों से भारी वाहन भेजे जाएंगे. ताकि बागवानों को दिक्कतों का सामना न करना पड़े.