हरियाणा

हरियाणा में नहीं चलेगी गोरक्षकों की गुंडई

टीम एक्शन इंडिया/चंडीगढ़
हरियाणा में गोरक्षा के नाम पर होने पर वाली गुंडई पर अब हरियाणा सरकार लगाम लगाएगी। इसके लिए हर जिले में गोरक्षा संगठन का सरकार गठन करने जा रही है। प्रयोग के तौर पर राज्य की आर्थिक राजधानी कहे जाने वाले गुरुग्राम से इसकी शुरूआत होगी। इस संगठन में सरकार अधिकारियों को भी शामिल करेगी। गुरुग्राम प्रशासन 17 मार्च को इसको लेकर बैठक करने जा रही है। इसके बाद सरकार दूसरे जिलों को लेकर कार्ययोजना बनाएगी। हरियाणा में गो-तस्करी के 2 संदिग्धों की मौत में कथित गौ रक्षकों की संलिप्तता उजागर होने के बाद सरकार को इस ओर काम करना पड़ रहा है। इस मामले में पुलिस और सरकारी अधिकारियों के साथ कई तस्वीरें ऐसे सामने आई हैं, जिनमें अपराधियों की उपस्थिति ने चौंका दिया है। इसके बाद सरकार इस मामले को लेकर गंभीरता से विचार कर रही है।
2021 में जारी हुआ नोटिफिकेशन: जुलाई 2021 में हरियाणा की मनोहर लाल खट्टर की सरकार ने गायों की तस्करी रोकने को लेकर राज्य स्तरीय विशेष गौ संरक्षण कार्य बल समिति गठित करने का नोटिफिकेशन जारी किया था। इस नोटिफिकेशन में गौ वध रोकने, और ऐसी गतिविधियों में लिप्त लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने और आवारा मवेशियों के पुनर्वास को लेकर व्यवस्था की गई थी। हालांकि इसके बाद भी अभी तक इस मामले में धरातल पर कोई काम नहीं दिख रहा है।
हरियाणा में एक्टिव 20 हजार गोरक्षक: हरियाणा में भिवानी के बरवास गांव के पास बोलेरो जीप में दो युवकों को जलाए जाने के मामले में गौरक्षकों को लेकर बड़ा खुलासा हो चुका है। पुलिस की खुफिया रिपोर्ट में खुलासा हो चुका है कि राज्य में गौ रक्षकों का बड़ा नेटवर्क काम कर रहा है। बजरंग दल, गोपुत्र सेना हरियाणा और गोरक्षा दल से लगभग 20 हजार युवा जुड़े हुए हैं। हालांकि हरियाणा सरकार की ओर से यह कहा गया है कि ये गोरक्षक राज्य की आधिकारिक टास्क फोर्स का हिस्सा नहीं हैं।
बेरोजगार युवा टारगेट: हरियाणा पुलिस और खुफिया विभाग के अधिकारियों ने बताया कि हरियाणा में गोरक्षक बनाने के लिए बेरोजगार युवाओं को टारगेट किया जाता है। संगठन से जुड़े कुछ कार्यकर्ताओं ने बताया कि इन संगठनों के द्वारा जिला स्तर पर बेरोजगार युवाओं को अपने साथ जोड़ा जा रहा है। सूत्रों के अनुसार संगठन में शामिल किए जाने के समय इन युवाओं की पृष्ठभूमि की भी कोई जांच नहीं की जा रही है।
आधिकारिक टास्क फोर्स का हिस्सा नहीं: हरियाणा सरकार ने नोडल अधिकारी के रूप में ऊरढ के साथ एक गाय टास्क फोर्स का गठन किया था। हरियाणा गौ सेवा आयोग के प्रमुख श्रवण गर्ग का कहना है कि हजारों की संख्या में गौरक्षा के लिए संगठनों से जुड़े ये युवा अपनी मर्जी से काम करते हैं। सरकार की ओर से ऐसे कार्यकतार्ओं को पंजीकृत या आईडी कार्ड जारी नहीं किए जाते हैं।
अपराधियों के संपर्क में आ रहे गोरक्षक: पुलिस के कुछ अधिकारियों ने बताया कि कुछ ऐसे तथ्य भी सामने आए हैं, जिसके अनुसार गोरक्षक कुछ अपराधियों के संपर्क में भी आ रहे हैं। इन युवाओं को क्रिमिनल अपना निजी नंबर साझा कर रहे हैं और हर संभव मदद का आश्वासन दे रहे हैं। कई युवा इन अपराधियों के निर्देश पर बड़ी वारदातों को अंजाम दे रहे हैं।

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