
बुराडी ब्लॉक कांग्रेस कमेटी की हुई बैठक, पहुंचे दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष देवेन्द्र यादव
टीम एक्शन इंडिया
नई दिल्ली: आगामी विधान सभा चुनावों को देखते हुए दिल्ली कांग्रेस को जमीनी स्तर पर मजबूत करने के लिए कमर कस चुके प्रदेश अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने बुराड़ी ब्लॉक कमेटी की बैठक में हिस्सा लेकर करावल नगर जिले के कार्यकर्ताओं में जोश भर दिया। इस बैठक में जिलाध्यक्ष आदेश भारद्वाज और जिला आब्जर्वर पीके मिश्रा, हर्ष चौधरी और लक्ष्मण रावत ने उपस्थिति दर्ज करा कर अपनी सक्रियता साबित की। जिले के सभी 22 ब्लॉक में हुई बैठको में खासी भीड़ देखी गई। बुराड़ी ब्लॉक बैठक की खास बात यह रही कि इस बैठक में सामाजिक संगठनो के प्रतिनिधियों ने भी शिरकत कर और अपनी-अपनी समस्याओं से रूबरू करवाया।
प्रदेश अध्यक्ष देवेंद्र यादव, जिलाध्यक्ष आदेश भारद्वाज के साथ-साथ तीनों जिला आब्जर्वर और बुराड़ी ब्लॉक अध्यक्ष रवींद्र त्यागी ने अपने-अपने संबोधनों में कहा कि आज दिल्ली को गैर जिम्मेदार लोगों के कारण ये दिन देखने पड़ रहे हैं जब भ्रष्टाचार रूपी जल जमाव में हमारे युवाओं को डूबकर अपनी जान गंवानी पड़ रही है। एक मां अपने मासूम बच्चे के साथ बारिश के पानी में नाले में बह जाती है और जब उन दोनों की लाश बरामद होती है उस मां के हाथ में उसके बच्चे का हाथ था, सोचिए जरा.. डूबते वक्त उस मां की मनोस्तिथि क्या रही होगी.? लेकिन सरकार में बैठे लोगों में से किसी को कोई अफसोस नहीं होता।
केंद्र में दिल्ली का प्रतिनिधत्व कर रहे भाजपाई सांसद और आम आदमी पार्टी की दिल्ली सरकार व एमसीडी एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगाकर दिल्ली की भोली भाली जनता को ठगने का काम कर रहे हैं। जिन मां बाप ने अपनी जमीन तक बेचकर अपने युवा बच्चो को पढ़ने भेजा लेकिन उनको मिला क्या? कफन में लिपटी उनको जवान बच्चो की लाशें। और जिम्मेदार लोग पाक साफ बच जाते हैं।
एक होम शेल्टर में 2 सप्ताह में ही 13 मानसिक दिव्यांग बच्चे मर जाते हैं और सरकार जांच करवाने की बात कर पीछा छुड़ा लेती है। उन्होंने आगे कहा कि दिल्ली आज भ्रष्टाचार का सिरमौर बन चुकी है।
जिसका नतीजा आज हमें भुगतना पड़ रहा है। पिछले 6 वर्षो से राशन कार्ड बनाने का काम रुका हुआ है लेकिन सरकार को कोई फिक्र नहीं। कई विभागों के कर्मचारियों को तनख्वाह नहीं मिल रही। दस हजार से ज्यादा होम गार्ड्स को नौकरी से हटा बेरोजगार कर दिया जाता है लेकिन सरकार को कोई फिक्र नहीं। यही नहीं स्कूली शिक्षा का देश भर में ढिंढोरा पीटने वाली केजरीवाल सरकार के स्कूलों की शिक्षा का स्तर ये है कि दिल्ली में इस साल लाखों बच्चे फेल हो जाते हैं, लेकिन सरकार को कोई परवाह नहीं।