बाल रंगमंच कार्यशाला-2024 में बाल कलाकारों ने प्रतिभा के जलवे दिखाएं
खेमचंद शास्त्री
मंडी: मंडी जिला के उप मंडल मुख्यालय कोटली के सामुदायिक भवन में शुक्रवार को आयोजित बाल रंगमंच कार्यशाला 2024 में बाल कलाकारों ने अपनी प्रतिभा के जलवे बिखेरे। इस अवसर पर चर्चित कहानीकार मुरारी शर्मा की कहानी फेगड़े के फू ल के अलावा अन्य कहानियों और बाल गीतों का भी मंचन हुआ। हिमाचल सांस्कृतिक शोध संस्थान एवं रंगमंडल के तत्वाधान में भाषा एवं संस्कृति विभाग मंडी के सहयोग से सामुदायिक लोक कला संस्कृति की ओर से आयोजित इस कार्यक्रम में कोटली व आसपास के नन्हे मुन्ने कलाकारों ने अपनी प्रतिभा के जौहर दिखाए। यहां पिछले 21 दिनों से जारी बाल रंगमंच कार्यशाला में 40 बच्चों ने भाग लिया ।
हिमाचल सांस्कृतिक शोध संस्थान एवं रंगमंडल सतोहल की संचालिका सीमा शर्मा के निर्देशन में इन नन्हे कलाकारों को प्रशिक्षण दिया गया। अभिनय की विधाओं का प्रदर्शन करते हुए बच्चों ने नाटक एवं नृत्य के माध्यम से अपनी प्रतिभा के जलवे बिखेरते हुए दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
इस मौके पर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित सरदार पटेल यूनिवर्सिटी की प्रो वाइस चांसलर तथा रोटरी क्लब मंडी की अध्यक्ष प्रोफेसर अनुपमा सिंह को संस्था द्वारा सम्मानित किया गया। मुख्य अतिथि ने नन्हे कलाकारों की कला तथा हिमाचल सांस्कृतिक शोध संस्थान के प्रयासों की सराहना करते हुए बच्चों के उज्जवल भविष्य के लिए शुभकामनाएं प्रस्तुत की। उन्होंने कहा कि आज सोशल मीडिया के दौर में कला के क्षेत्र में बच्चों के लिए खुद को स्थापित करने की अपार संभावनाएं हैं।
लिहाजा अभिभावकों को पढ़ाई लिखाई के साथण्साथ बच्चों को इस क्षेत्र में काम करने के लिए भी प्रेरित किया जाना चाहिए।इस मौके पर विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित कोटली के अरन्याणा गांव की बुजुर्ग महिला शीला शर्मा ने बाल कलाकारों को प्रशस्ति पत्र वितरित किए। रामलीला कमेटी कोटली के प्रधान प्रशांत मोहन ने बाल कलाकारों के जज्बे को खूब सराहा। इस मौके पर बाल कलाकारों की ओर से मंडी के प्रख्यात साहित्यकार मुरारी शर्मा के कहानी संग्रह बाणमू्ठ से ली गई कहानी फेगड़े का फू ल कहानी पर आधारित नाटक का बखूबी मंचन किया गया।
वहीं हिमाचल प्रदेश की मशहूर कवयित्री रूपेश्वरी शर्मा द्वारा लिखित कविता संग्रह इंद्रधनुषी बाल रंग में से ली गई कविताओं का बहुत ही सराहनीय मंचन किया गया।