कर्नल सुंदर सिंह ने विपरीत परिस्थितियों में भी कभी हार नहीं मानी: मनोहर
हिसार/टीम एक्शन इंडिया
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा है कि स्व. लेफ्टिनेंट कर्नल सुंदर सिंह में देशभक्ति का जज्बा कूट-कूट कर भरा हुआ था और वे हर भारतवासी को पारिवारिक सदस्य के रूप में मानते थे। उन्होंने न केवल सेना में रहते हुए देश की सेवा की बल्कि सेवानिवृत्ति के बाद भी जीवन पर्यंत समाज उत्थान के लिए काम किया। मुख्यमंत्री मनोहर लाल रविवार को हिसार में लेफ्टिनेंट कर्नल सुंदर सिंह मार्ग का उद्घाटन करने उपरांत उपस्थितजनों को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर शहरी स्थानीय निकाय मंत्री डा. कमल गुप्ता, डिप्टी स्पीकर रणबीर गंगवा, मेयर गौतम सरदाना, एडीजीपी श्रीकांत जाधव, उपायुक्त उत्तम सिंह, पुलिस अधीक्षक लोकेंद्र सिंह मौजूद रहे। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने इस दौरान लोगों से मुलाकात की और उनकी कुशलक्षेम के बारे में जाना। उन्होंने कहा कि कर्नल सुंदर सिंह ने कर्म के सिद्धांत को ही अपनी जीवन का मूल मंत्र बना लिया था। उन्होंने विपरीत परिस्थितियों में भी कभी हार नहीं मानी। जीवन भर अनेक ऐसे कार्य करके दिखाए, जिसकी बदौलत वे लोगों के लिए प्रेरणा स्त्रोत बने। उन्होंने कहा कि वे शिक्षा को जीवन में सफलता का आधार मानते थे। उनका मानना था कि परिवार, समाज व राष्ट्र की उन्नति के लिए उनके नागरिकों द्वारा शिक्षा प्राप्त करना अति आवश्यक है इसीलिए उन्होंने शिक्षा प्राप्ति पर बल देते हुए अनेक प्रेरक कार्य किए और लोगों के लिए एक मिसाल बने। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने जिस मार्ग का नामकरण स्वर्गीय लेफ्टिनेंट कर्नल सुंदर सिंह के नाम से किया है, वह शहर के वार्ड नंबर-13 में पड़ता है। इसी सडक पर स्वर्गीय लेफ्टिनेंट कर्नल सुंदर सिंह का निवास स्थान है। लगभग दो किलोमीटर लंबाई वाले इस मार्ग पर शहर की बहुत बड़ी आबादी रहती है क्योंकि यह सडक शहर के बीचोबीच होकर गुजरती है। इस सडक पर शहर के कई प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थान भी स्थापित है। पहले इस सडक का कोई नाम नहीं होता था, लेकिन आज से इस मार्ग को स्वर्गीय लेफ्टिनेंट कर्नल सुंदर सिंह मार्ग के नाम से जाना जाएगा।