सिख की आन बान और शान है दस्तार: मछौंडा
टीम एक्शन इंडिया/अंबाला (मनीष कुमार)
श्री गुरु हरगोबिंद साहिब हाई स्कूल, अंबाला शहर में वैसाखी का महान पर्व स्कूल बच्चों द्वारा बड़ी श्रद्धा और धूमधाम के साथ मनाया गया। इस अवसर पर बच्चों द्वारा वैसाखी से सम्बन्धित कविताएं, भाषण, इतिहास और वैसाखी से सम्बन्धित झलक के साथ प्रस्तुतियां पेश की गई।
इस अवसर पर स्कूल के अध्यक्ष, जत्थेदार हरपाल सिंह मछौंडा, मेम्बर एस जी पी सी ने वैसाखी और खालसा साजना दिवस के इतिहास की विस्तारपूर्वक जानकारी देते हुए कहा कि वैसाखी का दिन सदियों से, जो पंजाब की संस्कृति के साथ जुड़ा हुआ है, अलग अलग ढंग से मनाया जाता रहा है । लेकिन दशमेश पिता साहिब श्री गुरु गोबिंद साहिब जी ने इस दिन को एक बहुत बड़ा ऐतिहासिक दिन बनाया गया, जिसकी गुरु जी ने सन् 1699 ईस्वी के वैसाखी के दिन तख्त केशगढ़ साहिब, श्री आनंदपुर साहिब में पांच प्यारों को अमृत छका कर खालसा पंथ की स्थापना की । पंथ खालसा को शस्त्रधारी बना कर जुल्म के खिलाफ लड़ना सिखाया । पांच प्यारों को पंथ का रूप दिया व लोकतन्त्र ढंग से पंचायत बनाने का दुनिया को संदेश दिया ।
जत्थेदार हरपाल सिंह ने कहा कि हमें इस दिन से प्रेरणा लेनी चाहिए की न किसी पर जुल्म करना है, न जुल्म सहना है । उन्होंने ने कहा कि आज के दिन को दस्तार साजना दिवस के रूप में भी मनाया खाता है । स्कूल के बच्चों ने केसरी दस्तार बांध कर समां बांध दिया ।
वेसाखी सभी गुरुद्वारों में कल 14 अप्रैल को सभी गुरुद्वारों में बड़ी श्रद्धा व धूमधाम से मनाया जाएगा। इस अवसर पर श्री गुरु हर गोबिंद साहिब हाई स्कूल व श्री गुरु हर गोबिंद पब्लिक स्कूल के बच्चों द्वारा पंजाबी विरसा, गिद्धा, भांगड़ा व गतका की सुंदर प्रस्तुतियां दी गईं।
इस अवसर स्कूल के प्रबंधक व सीनियर अकाली नेता जत्थेदार रणबीर सिंह फौजी ने वैसाखी के इतिहास के बारे में बताते हुए कहा के 13 अप्रैल, 1919 को जनरल डायर द्वारा जलियांवाला बाग में लगभग 2000 निहत्थे लोगों पर गोलियां चला कर उन्हें शहीद किया । उन सभी शहीदों को भी याद किया गया ।
जत्थेदार रणबीर सिंह द्वारा आए हुए सभी मेहमानों, अध्यापकगण व स्कूल के बच्चों को आशीर्वाद, बधाई व धन्यवाद किया ।