कथित बाबा द्वारा युवती से छेड़छाड़ मामले को जाति समुदाय से न जोड़ें: पीसी
टीम एक्शन इंडिया/ बिलासपुर/ कश्मीर ठाकुर
अमरपुर स्थित मंदिर में साधू द्वारा युवती से छेड़छाड़ तथा आत्महत्या के मामले पर दुष्प्रचार करने से पहले समाज के तथाकथित नेताओं को इस बारे में अवश्य सोचना चाहिए कि यह मामला किसी जाति विशेष का न होकर पूरे समाज का है। क्योंकि सभी की मां बेटियां मंदिरों में जाती हैं लेकिन यदि इस प्रकार का व्यवहार उनके साथ मंदिरों में हो तो ऐसी आस्था और परिसरों को बंद कर देना चाहिए। यह बात बरमाणा में आयोजित पत्रकार वार्ता में सामाजिक कार्यकर्ता एवं अधिवक्ता प्रकाश बंसल ने कही। उन्होंने कहा कि इन बेटियों द्वारा बनाया गया विडियो वायरल हो चुका है तथा धर्मांध पक्षपाती लोगों को अपनी आंखें खोल लेनी चाहिए। उन्होंने कहा कि इस विडियो को बनाकर इन साहसी बेटियों ने समाज में अनुकरणीय उदाहरण प्रस्तुत किया है।
इस वायरल वीडियो में कथित साधू अपनी गलती मान रहा है तथा माफी भी मांग रहा है। वीडियो में स्पष्ट सुनाई दे रहा है कि यदि वह उसे माफ नहीं करती है तो वह जहर खाकर अपनी जान दे देगा। अधिवक्ता प्रकाश बंसल ने कहा कि हालांकि यह जांच का विषय है लेकिन इन बेटियों ने साहस का परिचय दिया है। प्रकाश चंद बंसल ने मंदिर परिसर में लगे सीसीटीवी कैमरों के अस्तित्व पर भी सवाल उठाया है। उन्होंने कहा कि करीब एक महीने से यह सीसीटीवी कैमरा बंद पड़े हैं। उन्होंने कहा कि पता चला है कि यह कैमरे प्रतिदिन 12 से 2 बजे तक बंद रहते थे, इन कैमरों के केवल इसी समय बंद रहने के पीछे के कारणों का पता लगना चाहिए। प्रकाश चंद बंसल ने सामान्य वर्ग के लोगों से भी आग्रह किया है कि वे इस मामले को जाति का तूल न दें वास्तविकता को समझने का प्रयास करें तथा ऐसे तत्वों के खिलाफ खुलकर आगे आएं ताकि धार्मिक स्थानों पर मां बहनों की इज्जत सुरक्षित रहे। बंसल ने कहा कि चूंकि देश संविधान से चल रहा है ऐसे में पीड़ित परिवार को डराना धमकाना आदि की घटनाओं पर पुलिस प्रशासन कड़ा संज्ञान लें तथा दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही करें। पीड़ित परिवार की पानी की पाईप तोड?े वालों पर भी कड़ा संज्ञान लिया जाए तथा त्वरित कार्यवाही की जाए। पत्रकारवार्ता में मनसा राम भी मौजूद थे।