जनविरोधी निर्णय लेने की पर्याय बनी हरियाणा सरकार : किरण चौधरी
हिसार/टीम एक्शन इंडिया
कांग्रेस की वरिष्ठ नेता एवं विधायक किरण चौधरी ने कहा है कि प्रदेश सरकार हर वर्ग विरोधी निर्णयों का पर्याय बन चुकी है। कोई ऐसा वर्ग नहीं है जो इस सरकार से राजी हो। ऐसे में जरूरी हो गया है कि जनता आने वाले चुनाव में ऐसी जनविरोधी पार्टियों को सबक सिखाए जो जनता की आवाज ही न सुन रही हो। उन्होंने पुरानी पैंशन स्कीम बंद करने, परिवार पहचान पत्र से जनता को हो रही परेशानी, बेराजगारी, ई टेंडरिंग का जिक्र करते हुए प्रदेश की भाजपा-जजपा सरकार पर जमकर निशाने साधे वहीं बातों ही बातों में बिना नाम लिए पूर्व मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पर भी वार किए। किरण चौधरी रविवार को हिसार के कांग्रेस भवन में पत्रकारों से बातचीत कर रही थी। उन्होंने जिले में अनेक सामाजिक कार्यक्रमों में हिस्सा लेकर कार्यकतार्ओं के घर जलपान किया। उन्होंने कहा कि कर्मचारी वर्ग पुरानी पैंशन की मांग कर रहा है, कर्मचारियों की यह मांग बिल्कुल जायज है और सरकार को अविलंब इसे पुरानी पैंशन स्कीम लागू करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि कोई भी युवा सरकारी नौकरी में इसीलिए जाता है कि रिटायरमेंट के बाद उसका बुढ़ापा सही ढंग से कटे लेकिन जब उसका सहारा ही बंद कर दिया तो सरकारी नौकरी का क्या फायदा। उन्होंने परिवार पहचान पत्र को परेशानी पहचान पत्र करार दिया और कहा कि इससे आए दिन नागरिकों को परेशानी झेलनी पड़ रही है। हम तकनीक के खिलाफ नहीं है लेकिन तकनीक का क्रियान्वयन सही होना चाहिए। कभी पोर्टल नहीं चलते, कभी इंटरनेट नहीं चलते तो कभी गांवों में बिजली नहीं होती, कुल मिलाकर यह परेशानी पहचान पत्र जनता को परेशान कर रहा है। किरण चौधरी ने कहा कि हरियाणा बेरोजगारी में अव्व्ल है, आंकड़ों के अनुसार हरियाणा में 37 प्रतिशत से अधिक बेरोजगारी है, जो सरकार की रोजगार नीति पर सवालिया निशान है। उन्होंने कहा कि बेरोजगारी केवल बेरोजगारी नहीं है, इससे सामाजिक ताना—बाना भी खराब हो रहा है, बेरोजगारों की शादियां नहीं हो रही, बेरोजगार गलत रास्ते पर जा रहे हैं और सरकार कौशल निगम के नाम पर युवा वर्ग को गुमराह कर रही है। उन्होंने सरकार की ई टेंडरिंग नीति की आालोचना करते हुए कहा कि सरकार ने यह सब सरपंचों को परेशान करने व गांवों का विकास बाधित करने के लिए किया है।
राजीव गांधी जी ने पंचायती राज व्यवस्था इसीलिए लागू की थी कि गांवों का समुचित विकास हो और जनता अपने ढंग से विकास करवा सके। यदि जनता को ऐसे हक नहीं है तो पंचायतों की भी क्या जरूरत है, सरकार को उन्हें भी खत्म कर देना चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार को जनता की आवाज सुननी चाहिए और यदि सरकार इसी तरह घमंड में रही तो आने वाले चुनाव में जनता उसे सबक सिखाएगी। पुरानी पैंशन स्कीम कांग्रेस राज में समाप्त किए जाने के सरकार के आरोपों बारे पूछे जाने पर उन्होंने हंसते हुए कहा कि जिसने ये किया, उसने विधानसभा में माफी मांग तो ली, समझ में आ गया कि ये गलत किया था। कांग्रेस का संगठन बनने के सवाल पर उन्होंने फिर बिना नाम लिए कटाक्ष किया और कहा कि ये तो वो ही बताएंगे, जो कहते थे कि हम एक माह में संगठन बना देंगे। भविष्य की राजनीति बारे पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि वे कांगेस की राजनीति कर रही है लेकिन कुछ लोग उन्हें रास्ते से हटाना चाहते हैं, उन्हें हर वक्त किरण चौधरी ही नजर आती है लेकिन उनका रास्ता साफ होने वाला नहीं है। उन्होंने कहा कि विधानसभा में हर वर्ग से जुड़ी आवाज सदैव उन्होंने ही उठाई है। इस अवसर पर पूर्व विधायक सूबेसिंह पूनिया, वरिष्ठ नेता कुलबीर सोहल, महिला जिला प्रधान स्नेहलता निंबल सहित अन्य भी उपस्थित रहे। तत्पश्चात किरण चौधरी ने कांग्रेस भवन में पार्टी कार्यकतार्ओं से मुलाकात की और तलवंडी राणा में ग्रामीणों द्वारा दिए जा रहे धरने पर भी पहुंची।