हरियाणा सरकार ने किसानों के लिए खोला सब्सिडी का पिटारा, 3 साल के लिए मिलेंगे 5000 रुपये प्रति एकड़
सोनीपत | हरियाणा के सीएम मनोहर लाल ने रविवार को सोनीपत के गन्नौर में जीटी रोड के किनारे 537 एकड़ में बन रही एशिया की सबसे बड़ी अंतरराष्ट्रीय फल, फूल और बागवानी मंडी में 2,600 करोड़ रुपये के कार्य का उद्घाटन किया. उन्होंने कहा कि गन्नौर का उद्यानिकी बाजार कृषि क्षेत्र के विकास में मील का पत्थर साबित होगा. मुख्यमंत्री ने गन्नौर में सब्जी उत्पादन में शामिल किसानों को प्रति एकड़ 5 हजार रुपये की सब्सिडी का भी तोहफा दिया. सीएम ने कहा कि गनौर रेलवे स्टेशन से जोड़कर या अलग से रेलवे स्टेशन बनाकर सब्जियों को गनौर से बाहर भेजने की व्यवस्था की जाएगी.
मुख्यमंत्री ने कई अन्य जिलों के लिए स्वीकृत परियोजनाओं का शिलान्यास भी किया. उन्होंने कहा कि वर्तमान में सोनीपत में तीन हजार एकड़ में सब्जियां बोई जाती हैं. किसान सब्जियों की बुआई अधिक से अधिक क्षेत्रफल में करें. पानी आदि की जो भी समस्या हो सरकार उसका समाधान करेगी. सीएम ने घोषणा किया है कि 2024 से सरकार उन किसानों को 5,000 रुपये प्रति एकड़ की सहायता देगी जो 3,000 एकड़ से अधिक में सब्जियां बोते हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि किसानों को यह मदद 3 साल तक दी जाएगी.
किसानों के लिए क्या योजना है?
खट्टर ने किसानों से यहां की आधी से ज्यादा जमीन पर सब्जी की बुआई करने का आग्रह किया. सीएम ने गन्नौर से ही कई अन्य जिलों में परियोजनाओं का शिलान्यास भी किया. इनमें सिरसा में सब्जी मंडी बहल भिवानी, नई अनाज मंडी भिवानी लोहारू, मुनक क्रय केंद्र व उपमंडी करनाल का ताला, अनाज मंडी, सब्जी मंडी, लखार मंडी का विकास कार्य, क्रय केंद्र गांव कंवर पुरा सिरसा और शेरपुरा में खरीद केंद्र शामिल हैं.
हरियाणा में एशिया का सबसे बड़ा किसान बाजार
सीएम ने कहा कि इतना बड़ा बाजार एशिया में और कहीं नहीं है. हरियाणा में बहुत बड़ा बाजार बनने जा रहा है. अभी तक सब्जी उत्पादक किसान आजादपुर की मंडी पर निर्भर हैं. आजादपुर का बाजार अब तक का सबसे बड़ा है लेकिन वहां रास्ते में अगर किसान भीड़ में फंस जाए तो घंटों नहीं गुजर सकता. कई बार तो सब्जी और फल बेचने की बारी भी नहीं आती. फल और सब्जियों के लिए खुली जगह की जरूरत होती है और इसके लिए सरकार एशिया की सबसे बड़ी मंडी गनौर में लगाने जा रही है.
शाहबाद में सूरजमुखी तेल का कारखाना बनेगा
सीएम ने मंच से सूरजमुखी की फैक्ट्री लगाने की भी घोषणा की. उन्होंने कहा कि योजना बनाकर शाहबाद में 4 एकड़ जमीन पर ऑयल रिफाइनरी बनाई जाएगी. हैफेड 20 हजार मीट्रिक टन सूरजमुखी के बीज की खरीद करेगा. इससे तेल और घी बन जाएगा. सीएम ने कहा कि हैफेड ने सूरजमुखी को 4,850 रुपये तक के व्यावसायिक रेट पर खरीदा है.
भावांतर भरपाई योजना के तहत किसानों को व्यावसायिक दर के साथ- साथ 1,000 रुपये प्रति क्विंटल दिया गया है.हरियाणा में सूरजमुखी के किसानों को 5,800 रुपये प्रति क्विंटल तक दाम मिल रहे हैं, जबकि पंजाब के किसानों को 3,500- 4,200 रुपये प्रति क्विंटल ही मिल पा रहा है.