राज्यपाल ने समय नहीं दिया तो 25 जून को कुरुक्षेत्र में बैठक कर बनाएंगे रणनीति : झिंडा
टीम एक्शन इंडिया
राजकुमार प्रिंस
करनाल। हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के पूर्व प्रधान जगदीश सिंह झिंडा ने कहा है कि बार बार पत्र लिखने के बाद भी प्रदेश के राज्यपाल उन्हें मिलने का समय नहीं दे रहे हैं। इससे लगता है कि सरकार मौजूदा एचएसजीपीसी को भंग कर नए चुनाव नहीं करवाना चाहती।
उन्होंने कहा कि यदि राज्यपाल ने उन्हें समय नहीं दिया तो हरियाणा शिरोमणि पंथक अकाली दल की बैठक कुरुक्षेत्र में 25 जून को बुलाई जाएंगी। इसमें एचएसजीपीसी की तदर्थ कमेटी को भंग करने के लिए पंजाब एचं हरियाणा हाईकोर्ट में याचिका दायर करेंगे।
आज सरदार जगदीश सिंह झिंडा पत्रकारों से डेरा कारसेवा में बात कर रहे थे। उन्होंने कहा कि सरकार सिख गुरुद्वारा निर्वाचन आयोग से हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की तदर्थ समिति का कार्यकाल समाप्त होने के बाद कमेटी को भंग कर इस पर रिसीवर बिठाए। 31 मई के बाद एचएसजीपीसी का कार्यकाल समाप्त हो चुका है। उसके बाद अभी तक कमेटी को भंग नहीं किया है।
उन्होंने सरकार से कमेटी के चुनाव जल्द करवाकर इस कमेटी का कार्यभार सिख संगत द्वारा निर्वाचित कमेटी को सौंपने की मांग की है। उन्होंने बताया कि हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी सिख पंथ की अपेक्षाओं पर खरी नहीं उतर पाई हैं। इसमें शामिल प्रधान तथा अन्य बड़े पदाधिकारियों ने गोलक के पैसे को अपने हितों के लिए प्रयोग किया है।
उन्होंने कहा कि हरियाणा के लिए अलग कमेटी की मांग को लेकर उन्होंने अपने साथियों के साथ 22 साल तक संघर्ष किया। जब कमेटी तदर्थ बनी तो इस पर वह लोग काबिज हो गए, जो इस कमेटी का विरोध करते थे। उन्होने बताया कि हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की तदर्थ कमेटी का अठारह माह का कार्यकाल 31 मई को समाप्त हो गया है। उसके बाद इसका कार्यकाल नहीं बढ़ाना चाहिए। उन्होंने कमेटी के प्रधान तथा अन्य पदाधिकारियों पर आरोप लगाया कि उन्होंने गुरुद्वारों की गौलक का पैसा राजनीतिक हितों के लिए प्रयोग किया।
गौलक का पैसा एक राजनीतिक दल के चुनाव प्रचार के लिए खर्च किया।