नई दिल्ली । टीम एक्शन इंडिया
रोहिणी जिले के कंझावला इलाके में युवती का नग्न अवस्था में शव मिलने के बाद मृतक युवती का परिवार सामने आया है। मृतक युवती के परिजन इस मामले में पुलिस की कार्यशैली पर सवालिया निशान खड़े कर रहे हैं। वहीं परिजन इस मामले में युवती के साथ अनहोनी होने की आशंका भी जता रहे हैं और निष्पक्ष रूप से जांच के साथ न्याय की गुहार लगा रहे हैं। वहीं गुस्साए परिजनों के साथ स्थानीय लोगों ने सोमवार सुबह सुल्तानपुरी थाने का घेराव किया और पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की।
परिजन पुलिस के दुर्घटना वाले बयान को सिरे से नकारते हुए युवती के साथ अनहोनी की भी आशंका जता रहे हैं। उनका कहना है कि जिस अवस्था में युवती का शव बरामद हुआ है, वो उसके साथ कुछ गलत होने की ओर भी इशारा कर रहा है, लेकिन पुलिस इस पूरे मामले में लीपापोती करने का प्रयास कर रही है।
उक्त मामले में पुलिस ने पांच आरोपितों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए संबंधित धाराओं में मामला दर्ज कर लिया है। वहीं परिजनों का कहना है कि उन्हें न्याय चाहिए। परिजनों ने शासन और प्रशासन से गुहार लगाई है कि वो इस मामले में सख्त कार्रवाई करें और आरोपितों को सख्त से सख्त सजा दिलाएं।
वहीं दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने कंझावला केस पर दिल्ली पुलिस से कुछ कुछ प्रश्न किए हैं।
क्या लड़की के साथ यौन शोषण किया गया था?, कितने किलोमीटर तक गाड़ी से लड़की को घसीटा गया, क्या पूरे रास्ते में कोई चेक पोस्ट या पीसीआर मौजूद नहीं थी, घटनास्थल से हुई पीसीआर कॉल पर क्या त्वरित कार्रवाई की गई, न्यू ईयर के मद्देनजर सुरक्षा की क्या खास तैयारी की गई थी और क्या आरोपित लड़कों पर पहले भी कोई मुकदमा था।
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