इंदिरा देवी चैरिटेबल ट्रस्ट चलाएगा पौधारोपण
हिसार: सेवा, शिक्षा व स्वावलंबन में अग्रणी भूमिका निभाने वाला इंदिरा देवी चैरिटेबल ट्रस्ट पर्यावरण संरक्षण के लिए अनूठा अभियान चलाएगा। इसके तहत बेटियों को निशुल्क शिक्षा उपलब्ध करवाने के साथ-साथ उन्हें पर्यावरण सारथी भी बनाया जाएगा। इंदिरा देवी चैरिटेबल ट्रस्ट में पढ़ने वाली 101 बेटियां वर्षभर में 1010 पौधे लगाकर उनकी समुचित देखभाल भी करेंगी। इंदिरा देवी चैरिटेबल ट्रस्ट के अध्यक्ष रजत गुप्ता ने बताया कि कई वर्षों से ट्रस्ट के माध्यम से बेटियों को निशुल्क शिक्षा उपलब्ध करवाई जा रही है।
इस नए सत्र में 101 जरूरतमंद छात्राओं को निशुल्क बहुआयामी शिक्षा प्रदान की जाएगी। उन्हें टैली, जीएसटी, आॅफिस कंप्यूटर, पर्सनेलिटी डेवलपमेंट, इंग्लिश स्पीकिंग एवं एक वर्ष की स्किल ट्रेनिंग फ्री करवाई जाएगी। हिसार के बस स्टैंड के पास स्थित इंदिरा देवी चैरिटेबल ट्रस्ट के सभागार व कक्षाओं में इन बेटियों को अनुभवी व प्रशिक्षित शिक्षकों द्वारा पढ़ाया जाएगा। उन्होंने बताया कि इंदिरा देवी चैरिटेबल ट्रस्ट के अंतर्गत निशुल्क शिक्षा ग्रहण करने वाली 101 छात्राएं अपने गांव, नगर, कॉलोनी या आसपास के क्षेत्र में 10-10 पौधे लगाएंगी और उनकी समुचित देखभाल भी करेंगी ताकि ये पौधे वृक्ष बनकर पर्यावरण संरक्षण में उपयोगी साबित हों।
रजत गुप्ता ने बताया कि एक वर्ष के शैक्षणिक सत्र के दौरान शैक्षणिक गतिविधियों की भांति पौधारोपण का भी समुचित रिकॉर्ड रखा जाएगा। हर छात्रा को प्रत्येक पौधे की मासिक रिपोर्ट ट्रस्ट में जमा करवानी होगी। उस रिपोर्ट के अनुसार ट्रस्ट से जुड़ी टीम पौधारोपण अभियान की समीक्षा करेगी और जरूरत अनुसार संसाधन मुहैया करवाए जाएंगे। आवश्यकता पड़ने पर टीम पौधारोपण स्थल का अवलोकन भी करेगी। ये सभी पौधे छात्राओं को ट्रस्ट द्वारा ही उपलब्ध करवाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि होनहार बेटियां इंदिरा गांधी चैरिटेबल ट्रस्ट से संपर्क करके निशुल्क प्रवेश लेकर अपनी पढ़ाई की दिशा सुनिश्चित कर सकती हैं।
रजत गुप्ता ने कहा कि पर्यावरण की क्षति एवं पेड़ों की कमी के चलते तापमान निरंतर बढ़ता जा रहा है। गर्मी में घर से बाहर निकलना मुश्किल होता जा रहा है। इसलिए ट्रस्ट से जुड़ी बेटियों को पर्यावरण सारथी के रूप में कार्य करने के लिए प्रेरित किया जाएगा और उनके हाथों से ही पौधे लगवाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि पर्यावरण संरक्षण से जुड़ी इस मुहिम का हर वर्ष और विस्तार किया जाएगा। उन्होंने कहा कि युवा भी इस मुहिम से प्रेरणा लें और जन्मदिन, वैवाहिक वर्षगांठ, किसी की स्मृति में या अन्य किसी दिवस पर पौधे लगाकर पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा दें।