कसोल विकास मंच ने उठाया सतलुज सागर मोक्षधाम के जीर्णोद्धार का कार्य: प्रकाश चंद ठाकुर
टीम एक्शन इंडिया/ बिलासपुर/ कश्मीर ठाकुर
हरनोड़ा पंचायत के तहत गांव कसोल में बनी नई संस्था कसोल विकास मंच क्षेत्र में विकास कार्यों को करवाने का बीड़ा उठा रही है। इसी कड़ी के चलते कसोल विकास मंच ने पिछले कई वर्षो से कसोल गांव के वासिंदों को बने शमशान घाट के जीर्णोद्धार का कार्य शुरू किया है। सतलुज किनारे बने शमशान घाट को सतलुज सागर मोक्षधाम का नया नाम दिया गया है। जिसमें क्षेत्र के लोगों को असुविधाओं का समाना करना पड़ा रहा था। कई बार यहां के स्थानीय लोगों को कोल बांध परियोजना के जल स्तर के बढ?े व घटने से बने शमसान घाट में अंतिम संस्कार करना मुशिकलों हो जाता है। लोगो ने कई मर्तबा जिला प्रशासन को इस मसले को लेकर अवगत करवाया और पंचायत से एस्टीमेट भी बनवाया। यही नहीं यहां के विस्थापित एनटीपीसी प्रबंधन के समक्ष भी सतलुज सागर मोक्षधाम के पुननिर्माण की मांग को उठा चुके है।
आखिर में ग्रामीणों ने सामूहिक राशि को इक कर सतलुज सागर मोक्षधाम के जीर्णोद्धार के लिए कसोल विकास मंच के माध्यम से कार्य को करवा रहे हैं। जिसमें अभी तक डेढ़ लाख से भी ऊपर खर्च हो चूका है। कसोल विकास मंच के संयोजक व कृषि सेवाएं से सेवा निवृत डिप्टी डायरेक्टर प्रकाश चंद ठाकुर और युवा पवन कुमार ने बताया कि एनटीपीसी प्रबंधन भी विस्थापितों को अनदेखा कर रही है। अब सतलुज सागर मोक्षधाम का निर्माण का कार्य कसोल विकास मंच ने उठाया है। उन्होंने बताया कि एनटीपीसी प्रबंधन की क्षेत्र के विकास की ओर से नजरे हट गई है। यही नहीं कोल डैम में स्पोर्ट्स गतिविधियां व पर्यटन को बढ़ावा देने से यहां के विस्थपितों को रोजगार के साधन भी पैदा होने थे। लेकिन अभी तक यह सब गतिविधियां ठंडे बसते में पड़ी है। बताते चले अभी हाल ही में बीते वैसाखी पर्व पर कसोल विकास मंच ने हिमालय की पवित्र नदियों में यह पर स्थित माता सतलुज नदी की विधिवत रूप से आरती कर कोल डैम झील को सतलुज सागर का नामकरण दिया। इस दिन कसोल विकास मंच प्रधान सुखदेव ठाकुर, सचिव सुदेश, संगठन सचिव सुभाष ठाकुर, वित् सचिव अनिल ठाकुर, सदस्य सुनील ठकुर, जगतपाल आदि व क्षेत्र के लोगों ने इस पर्व को बड़ी ही धूमधाम से मनाया था।