क्रिप्टो करेंसी के नाम पर फ्रॉड में जांच के दायरे में खाकी, महिला कांस्टेबल को किया गया लाइन हाजिर
हमीरपुर: हिमाचल में क्रिप्टो करेंसी फ्रॉड में हर दिन नहीं खुला से हो रहे हैं. जांच में जुटी हिमाचल पुलिस के अधिकारी और कर्मचारी भी जांच के दायरे में हैं. इस कड़ी में ही हमीरपुर में एक महिला कॉन्स्टेबल को पुलिस चौकी से हटाकर लाइन हाजिर किया गया है. बताया जा रहा है कि यह कार्रवाई महिला कॉन्स्टेबल के घर पर एसआईटी 29 अक्टूबर को की रेड के बाद की गई है.
संभावना जताई जा है की महिला कॉन्स्टेबल की गिरफ्तारी भी हो सकती है. हमीरपुर जिले की एक चौकी में तैनात महिला कॉन्स्टेबल के खिलाफ हमीरपुर और मंडी साइबर सेल को कई शिकायतें मिली हैं. इसमें संबंधित कॉन्स्टेबल पर पैसे दोगुना करने का लालच देकर लाखों रुपए निवेश कराने का आरोप है. इसके बाद SIT महिला के बैंक खातों व प्रॉपर्टी की भी जांच कर चुकी है. महिला के पास लग्जरी गाड़ी सहित लाखों की नकदी मिली है.
पुलिस सूत्रों की मानें तो महिला कॉन्स्टेबल ने हमीरपुर जिले की अलग-अलग पुलिस चौकियों के दर्जनों पुलिस जवानों से क्रिप्टो करेंसी में पैसा इन्वेस्ट कराया. अब सभी का पैसा डूब गया है. फ्रॉड सामने आने के बाद आम आदमी तो महिला के खिलाफ शिकायत लेकर पुलिस के पास पहुंच रहे हैं, लेकिन पुलिस कर्मी शिकायत भी नहीं कर पा रहे.
हमीरपुर की महिला कॉन्स्टेबल इकलौती ऐसी पुलिस कर्मी नहीं, जिसने क्रिप्टो में पैसा इन्वेस्ट कराया है, बल्कि इनकी लंबी लिस्ट बताई जा रही है. आधा दर्जन पुलिस जवानों ने तो समय से पहले सेवानिवृति (VRS) लेकर भी क्रिप्टो की काली कमाई को चुना. इनमें हमीरपुर का एक रिटायर हेड-कॉन्स्टेबल सुनील कुमार को पिछले दिनों मोहाली पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस सूत्रों की मानें तो आने वाले दिनों में कई पुलिस अधिकारियों व कर्मचारियों के नाम का खुलासा हो सकता है.
क्रिप्टो करेंसी फ्रॉड में तीन मास्टरमाइंड सहित कुल 11 आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है, जबकि इसका किंगपिन सुभाष शर्मा देश छोड़कर फरार हो चुका है. इस मामले में पुलिस हिमाचल, चंडीगढ़, पंजाब, उत्तर प्रदेश, हरियाणा और दिल्ली में कई बार आरोपियों के संदिग्ध ठिकानों पर रेड कर लेन-देन और आरोपियों के प्रॉपर्टी से जुड़े दस्तावेज जुटा चुकी है.