प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए सफलता का केंद्र बनेगा कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय
टीम एक्शन इंडिया
चंडीगढ़: कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय कुरुक्षेत्र के कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा ने कहा कि कुवि का महात्मा गांधी आईएएस कोचिंग संस्थान द्वारा अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति/अन्य पिछड़ा वर्ग और अल्पसंख्यक छात्रों के लिए पिछले कई वर्षो से सराहनीय कार्य कर रहा है। इस प्रकार के कार्यक्रम संस्थान के द्वारा निरंतर आयोजित किए जाने चाहिए ताकि विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों को न केवल मार्गदर्शन मिले बल्कि उनको निरंतर प्रेरणा भी मिलती रहे। उन्होंने कहा कि कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए सफलता का केन्द्र बनेगा।
वे गुरुवार को सीनेट हॉल में महात्मा गांधी आईएएस कोचिंग संस्थान द्वारा 6 से 9 जून तक आयोजित एचसीएस – साक्षात्कार मार्गदर्शन कार्यक्रम में बतौर मुख्यातिथि बोल रहे थे। इस अवसर पर कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा ने कहा कि कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय हरियाणा राज्य की सबसे पुरानी व हरियाणा प्रदेश की पहली ए – प्लस – प्लस ग्रेड यूनिवर्सिटी है जहां 49 विभागों में 200 से अधिक शैक्षणिक प्रोग्राम पढ़ाए जा रहे हैं।
देश में सबसे पहले कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के सभी यूजी प्रोग्राम्स में सत्र 2022-23 से एनईपी – 2020 को लागू किया जा चुका है व सम्बन्धित महाविद्यालयों में सत्र 2023-24 से सभी प्रावधानों के साथ राष्ट्रीय शिक्षा नीति – 2020 को लागू किया गया है। विश्वविद्यालय में शोध को बढ़ावा देने के लिए पेंटेट दर्ज करने के लिए इको सिस्टम विकसित किया गया है। शोध के क्षेत्र में केयू ने 60 से ज्यादा पेटेंट दर्ज किए हैं व 30 प्रकाशित भी किए जा चुके हैं।
कुवि कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा ने कहा कि खेल के क्षेत्र में प्रख्यात माका ट्रॉफी में केयू ने लगातार दूसरे वर्ष तीसरा स्थान व 37वें राष्ट्रीय युवा महोत्सव में राजकीय विश्वविद्यालयों में प्रथम व ओवरआॅल तीसरा स्थान प्राप्त कर गौरवान्वित किया है।