मनुमुक्त ‘मानव’ मेमोरियल ट्रस्ट द्वारा स्मृति-समारोह का किया गया आयोजन
टीम एक्शन इंडिया/संजय शर्मा
नारनौल। देश के स्वाधीनता-संग्राम में नामचीन नेताओं के साथ पंडित मातादीन जैसे उन लाखों कार्यकर्ताओं का भी महत्त्वपूर्ण योगदान था, जिन्होंने स्वाधीनता की मीनार का कंगूरा बनने की बजाय नींव का पत्थर बनना स्वीकार किया। यह कहना है हरियाणा के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री ओमप्रकाश यादव का।
मनुमुक्त ‘मानव’ मेमोरियल ट्रस्ट द्वारा स्थानीय सैक्टर-1, पार्ट-2 स्थित अंतरराष्ट्रीय सांस्कृतिक केंद्र मनुमुक्त भवन में प्रजामंडल-आंदोलन के योद्धा और प्रमुख समाजसेवी पंडित मातादीन तथा उनकी धर्मपत्नी मूर्तिदेवी की स्मृति में आयोजित 25वें वार्षिक समारोह में बतौर मुख्य अतिथि उन्होंने कहा कि पंडित मातादीन तथा उनके साथियों ने अंग्रेजों के साथ-साथ उनके पिट्ठू राजाओं के खिलाफ भी प्रजामंडल-आंदोलन के माध्यम से दोहरी लड़ाई लड़ी, जिसे हमेशा याद रखा जायेगा। लगभग तीन घंटों तक चले इस महत्त्वपूर्ण समारोह में उमेश मिश्र (नोएडा), शैलेंद्र अग्रवाल (गाजियाबाद), राजेंद्र उपाध्याय (नई दिल्ली), मुंशीराम (रेवाड़ी), किशनलाल शर्मा, परमानंद दीवान, महेंद्रसिंह गौड़, शफी मोहम्मद, रफीक अहमद, डॉ सुनील भारद्वाज, डॉ महताब सिंह, कृष्णकुमार शर्मा, बनवारीलाल शर्मा, हिम्मत सिंह, दौलत सोनी, हरमहेंद्र सिंह, पुष्पलता शर्मा, डॉ शर्मिला शर्मा आदि गणमान्य नागरिकों की उपस्थित उल्लेखनीय रही।