मेट्रो प्रोजेक्ट की टैक्नो फिजिबिलिटी स्टडी शुरू
चंडीगढ़: Haryana के Chief Minister मनोहर लाल की घोषणा के दो दिन बाद ही बल्लभगढ़ से पलवल की मेट्रो कनेक्टिविटी के लिए धरातल पर काम शुरू हो गया है. Chief Minister की स्वीकृति के बाद मेट्रो प्रोजेक्ट की टैक्नो फिजिबिलिटी स्टडी के लिए 26 जून के आदेश पर Tuesday से काम भी शुरू हो गया.
Tuesday को एचएमआरटीसी के प्रधान सलाहकार एसडी शर्मा, राइट्स के एसडीजीएम राज किशोर, राइट्स की प्रबंधक नेहा गंभीर और डीआईपीआरओ faridabad कार्यालय से सन्नी दत्ता की टीम ने बल्लभगढ़ से पलवल तक प्रस्तावित एमआरटी कॉरिडोर का दौरा किया. इस कॉरिडोर की कुल लंबाई लगभग 24 किलोमीटर है.
बल्लभगढ़ से पलवल तक कॉरिडोर पर स्टेशनों की संभावित संख्या 10 प्रस्तावित है. कॉरिडोर सेक्टर 58-59, Sikarी, सोफ्ता, पृथला, बघौला, आल्हापुर और पलवल के औद्योगिक क्षेत्र को कनेक्टिविटी प्रदान करेगा. प्रस्तावित कॉरिडोर के लिए एमआरटी प्रणाली के विकल्पों का अध्ययन किया जाएगा. एनएचएआई और अन्य हितधारकों के साथ चर्चा के बाद एलाइनमेंट तय किया जाएगा.
बल्लभगढ़ Railway स्टेशन, बल्लभगढ़ बस स्टैंड, राजा नाहर सिंह मेट्रो स्टेशन और पलवल बस स्टैंड के साथ एकीकरण की योजना बनाई जाएगी. परिवहन परामर्श और इंजीनियरिंग क्षेत्र में अग्रणी कंपनी राइट्स लिमिटेड द्वारा आगामी कुछ दिनों में इस रूट की टैक्नो फिजिबिलिटी स्टडी पूरी कर ली जाएगी. इसके अलावा पलवल के लिए कंप्रीहैंसिव मोबिलिटी प्लान भी तैयार किया जा रहा है.
बताया गया कि यह मेट्रो रूट एलिवेटेड होगा और इस पर 180 करोड़ रुपये प्रति किलोमीटर की अनुमानित लागत आएगी. पूरे प्रोजेक्ट पर 4320 करोड़ रुपये की लागत आने का अनुमान है. तकनीकी व्यवहार्यता अध्ययन पूरा होने के बाद प्रोजेक्ट को अप्रूवल के लिए Haryana मास रैपिड ट्रांसपोर्ट कॉर्पोरेशन (एचएमआरटीसी) के पास भेजा जाएगा. Chief Minister ने इस संबंध में जल्द ही बोर्ड की बैठक बुलाने के निर्देश दिए हैं.