मोनू मानेसर था लॉरेंस गैंग के संपर्क में, मोबाइल में मिले सबूत
भरतपुर. राजस्थान में सेवर केंद्रीय कारागृह में बंद नासिर-जुनैद हत्याकांड के आरोपी मोनू मानेसर के मोबाइल से कई बड़े खुलासे हो सकते हैं. बताया जा रहा है कि मानेसर के मोबाइल से कई महत्वपूर्ण तथ्य हरियाणा पुलिस के हाथ लगे हैं. राजस्थान पुलिस अब मोबाइल में मिले इन तथ्यों को खंगालने के लिए हरियाणा पुलिस से संपर्क कर सकती है. वहीं, मोनू मानेसर को सेवर केंद्रीय कारागृह की हाई सिक्योरिटी सेल में रखा गया है.
डीग पुलिस अधीक्षक बृजेश ज्योति उपाध्याय ने बताया कि हरियाणा की नूंह पुलिस ने मोनू मानेसर का मोबाइल जब्त किया है. मोबाइल में थाइलैंड के वीडियो मिलने की चर्चा है. हम इस तथ्य की पुष्टि नहीं कर सकते, लेकिन इस तथ्य से इनकार भी नहीं किया जा सकता.
लॉरेंस के भाई से होती थी बात : बताया जा रहा है कि हरियाणा की नूंह पुलिस को मोबाइल में से एक वीडियो हाथ लगा है, जिसमें लॉरेंस बिश्नोई के भाई अनमोल से मैसेज पर चैट होने की बात सामने आ रही है. बताया जा रहा है कि मोनू मानेसर और लॉरेंस बिश्नोई का भाई अनमोल दोनों एक विशेष ऐप के जरिए बातचीत करते थे.
10 आरोपियों की तलाश : डीग एसपी बृजेश ज्योति उपाध्याय ने बताया कि नासिर-जुनैद हत्याकांड में अभी तक चार आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है और 10 आरोपियों की सरगर्मी से तलाश है. मामले में और भी कई संदिग्धों को लेकर जांच चल रही है. वहीं, आरोपी मोनू मानेसर को सेवर जेल की हाई सिक्योरिटी सेल में रखा गया है. जेल में और भी कई हार्डकोर अपराधी बंद हैं.
यह था घटनाक्रम : गौरतलब है कि 13 फरवरी रात को भरतपुर के मेवात क्षेत्र के नासिर, जुनैद को पकड़ने के लिए आरोपियों ने अलवर-नूंह के बॉर्डर पर नाकाबंदी की थी, लेकिन उस रात गाड़ियों का मूवमेंट नहीं हुआ और गौरक्षक कुछ नहीं कर पाए. उसके बाद 14 फरवरी की रात और 15 फरवरी की अलसुबह हरियाणा की दो टीमों के साथ नूंह की भी एक टीम साथ में जुड़ गई. ऐसे में तीन टीमें एकजुट हो गईं. इन्होंने नासिर और जुनैद का अपहरण किया. गौतस्करी के शक में मारपीट भी की. गौतस्करी की गाड़ियों के बारे में पूछताछ भी की.
इस दौरान ये लोग नासिर और जुनैद के साथ लाठी, सरिया से गंभीर रूप से मारपीट कर चुके थे. इसके बाद सभी आरोपी, नासिर, जुनैद को हरियाणा पुलिस के पास लेकर पहुंचे, लेकिन नासिर, जुनैद को गंभीर हालत को देखते हुए हरियाणा पुलिस ने कोई भी कार्रवाई करने से इनकार कर दिया. जब हरियाणा पुलिस ने कार्रवाई करने से इनकार कर दिया तो ये लोग नासिर और जुनैद को भिवानी के पास लेकर पहुंचे, जहां पहले नासिर की गला दबाकर हत्या की. जबकि जुनैद की पहले ही फिरोजपुर झिरका में मारपीट के दौरान मौत हो चुकी थी. उसके बाद दोनों शवों को गाड़ी में डालकर, पेट्रोल छिड़ककर जला दिया. हत्याकांड मामले में अब तक पुलिस मोनू मानेसर समेत चार आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है.