कैथल में बीजेपी विधायक ने राजपूत समाज के भारी विरोध के बावजूद सम्राट मिहिर भोज की प्रतिमा का अनावरण कर दिया. रात भर जहां राजपूत समाज के लोग हनुमान वाटिका में डटे रहे, वहीं ढ़ांड चौक पर भारी पुलिस बल तैनात रहा. शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर को प्रतिमा का अनावरण करना था, लेकिन उन्होंने अपना कार्यक्रम किन्ही वजहों से रद्द कर दिया. जिसके बाद बीजेपी विधायक लीलाराम गुर्जर और बीजेपी कैथल अध्यक्ष अशोक गुर्जर ने कुछ समर्थकों के साथ प्रतिमा का अनावरण कर दिया.
इस मामले में अब राजपूत समाज के लोग बीजेपी से नाराज हो गए हैं. पार्टी से जुड़े 30 से ज्यादा राजपूत नेताओं ने बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़ को इस्तीफा भेजा है. सामूहिक रूप से दिए त्यागपत्र में इन्होंने कहा है कि हिंदू सम्राट मिहिर भोज प्रतिहार की प्रतिमा पर गुर्जर सम्राट लिखा गया है. इस पर राजपूत व गुर्जर समाज में मतभेद हो गया है. राजपूत समाज के नेता महिपाल ने कहा कि इस विषय में मामला सुलझाने की बजाय बीजेपी जिला अध्यक्ष अशोक गुर्जर ने प्रशासन और सरकार पर दबाव डाला.
उन्होंने कहा कि बीजपी जिला अध्यक्ष ने विधायक लीला राम और जिला परिषद के पूर्व उपाध्यक्ष मुनीष कठवाड़ को लेकर राजपूत समाज की भावनाओं की कद्र ना करते हुए प्रतिमा का अनावरण किया. इसके साथ आंदोलन कर रहे राजपूत समाज के हजारों लोगों के खिलाफ कार्रवाई कर उन पर आंसू गैस के गोले छोड़ गए. इस कार्रवाई से वो आहत हैं और पार्टी में काम करने में असमर्थ हैं. जब तक प्रतिमा से गुर्जर शब्द नहीं हटाया जाएगा. तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा.