Mukesh Agnihotri on Khalistan slogan: धर्मशाला में खालिस्तान समर्थन में नारे लिखे जाने पर भड़के मुकेश अग्निहोत्री, बोले- ऐसी हरकत बर्दाश्त नहीं
हमीरपुर: डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री हमीरपुर दौरे पर पहुंचे. इस दौरान अग्निहोत्री ने धर्मशाला में खालिस्तान समर्थन में नारे लिखने की घटना पर कड़ी नाराजगी जाहिर की है. उन्होंने कहा हिमाचल पहाड़ी प्रदेश है. यहां इस तरह की गतिविधियों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. पहले भी हिमाचल में ऐसा प्रयास हुआ था, उस दौरान आरोपियों को पकड़ा गया था. उन्होंने कहा हिमाचल में इस तरह की गतिविधियों को बिल्कुल बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
वहीं, इस दौरान उन्होंने भाजपा पर भी जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा भाजपा ने हिमाचल बनने का भी विरोध किया था और उस समय में ‘स्टेट हुड मारो ठुड’ का नारा लगाते रहे. वहीं, आपदा की घड़ी में जब हिमाचल की मदद का समय आया तो भाजपाईयों ने फिर अपने हाथों को पीछे खींच लिया. केवल राजनीति करने के लिए बीजेपी के नेता आगे रहते हैं.
उन्होने कहा संघीय ढांचे में हिमाचल रह रहा है, लेकिन प्रदेश में कांग्रेस की सरकार होने की वजह से केंद्र सरकार हिमाचल की मदद नहीं कर रही है. अग्निहोत्री ने कहा पहले भाजपा ने हिमाचल विधानसभा चुनाव में जख्म खाए है. अब आने वाले समय में मध्य प्रदेश, छतीसगढ़ और राजस्थान में भी चुनाव में भाजपा को शिकस्त का सामना करना पड़ेगा.
डिप्टी सीएम अग्निहोत्री ने कहा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हिमाचल को अपना दूसरा घर मानते है, लेकिन प्रदेश में इतनी बड़ी त्रासदी आने पर भी हिमाचल का रूख नहीं किया और न ही गृह मंत्री अमित शाह ने हिमाचल आना मुनासिब समझा. प्रदेश बीजेपी के नेता दिल्ली में हिमाचल की बात रखने के लिए असमर्थ रहे हैं. त्रासदी के चलते हिमाचल को भारी नुकसान पहुंचा है, लेकिन केंद्र सरकार के नेता सिर्फ दौरे करने में ही व्यस्त दिखे. जब कही से कोई मदद नहीं आई तो प्रदेश सरकार ने अपने स्तर पर ₹4500 करोड़ पैकेज की व्यवस्था की है.
उन्होंने कहा हिमाचल में नदियों के किनारे बने पेयजल स्कीमों को भारी नुकसान पहुंचा है और राहत राशि केंद्र से नहीं आने पर समस्या और भी बढ़ गई है. शानन प्रोजेक्ट पर सरकार का स्टैंड स्पष्ट है, लेकिन पंजाब की नीयत में बदनीयत आ गई है. क्योंकि 99 साल के लिए लीज पर पॉपर्टी दी गई थी, लेकिन किसी चीज को वापस देना बहुत दुखदाई होता है. अब पंजाब के मुख्यमंत्री कह रहे है कि उन्हें शानन प्रोजेक्ट का मालिकाना अधिकार चाहिए. पंजाब के सीएम की नीयत इस बारे में सही नहीं है. इसलिए इस प्रोजेक्ट को लेकर हिमाचल सरकार पूरी लड़ाई लड़ेगी.