नरेला: दादी प्रकाशमणि के जीवन से हमेंप्रेरणा लेकर आगे बढ़ना चाहिए: बीके दुर्गा
टीम एक्शन इंडिया
नई दिल्ली: बाहरी दिल्ली के नरेला मंडी में प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय सेवा केंद्र पर प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय की पूर्व मुख्य प्रशासिका राजयोगिनी दादी प्रकाशमणि की 17वीं पुण्यतिथि पर ब्रह्माकुमारीज के सभी सदस्यों द्वारा उनकी शिक्षाओं को जीवन में उतारने व उनके जैसा जीवन बनाने की प्रेरणा लेते हुए चित्र पर माल्यार्पण व पुष्प चढ़ा कर श्रदांजलि अर्पित की गई।
इस दौरान सेंटर संचालिका बीके दुर्गा ने अपने सम्बोधन में दादी प्रकाशमणि के जीवन चरित्र पर प्रकाश डालते हुए कहा कि उनका जीवन चुनौतियों से भरा रहा, लेकिन उन्होंने हर चुनौती का बड़ी कुशलता से सामना करते हुए आमजन को ईश्वरीय ज्ञान दिया और भटके हुए को नेक राह दिखाई। दादी प्रकाशमणि के जीवन से हमें प्रेरणा लेकर आगे बढ़ना चाहिए क्योंकि ऐसी पुण्यात्मा धरती पर बहुत कम जन्म लेती हैं। बी.के देवेंद्र सिंह ने कहा कि दादी प्रकाशमणि ब्रह्मा कुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय की प्रथम मुख्य प्रशासिका थी जिनके नेतृत्व में आज ब्रह्माकुमारी की विश्व भर में सेवाएं हो रही हैं। पूरे विश्व में ब्रह्मा कुमारीज 142 देशों तक सेवाएं दे रही है।
भारतवर्ष में और पूरे विश्व में इस संस्था की कुल 9000 सेवा केंद्र हैं जिस पर लाखों भाई-बहन अपनी सेवाएं दे रहे हैं। बी के रानी बहन ने बताया कि 25 अगस्त को सारा ब्राह्मण परिवार दादी प्रकाशमणि के प्रेम व अपनेपन को स्मरण करके भाव विभोर हो जाता है। उनकी याद में निमित्त प्रकाश स्तंभ प्रतिदिन असंख्य ब्राह्मणों को योग की दिव्य अनुभूति कराता है। दादी एक कुशल प्रशासक, स्नेह और प्रेम की मूरत और चलता फिरता फरिश्ता थी। इस मौके पर बी.के सत्य प्रकाश भारद्वाज, बीके दुर्गा बहन, बीके रानी बहन, बी.के डॉ. एसपी जून आदि मौजूद रहें।