राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) में अजित पवार और शरद पवार के बीच अंदरूनी कलह बुधवार को चुनाव आयोग तक पहुंच गई, जहां अजित गुट ने एनसीपी और उसके पार्टी चिन्ह पर दावा किया। कथित तौर पर, अजित पवार के समूह ने उनके समर्थन में विधायकों और सांसदों के 40 से अधिक हलफनामे दाखिल किए हैं। खबर के मुताबिक भारतीय चुनाव आयोग को अजित पवार की ओर से राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी और पार्टी चिह्न पर दावा करने वाली याचिका मिली है।
शक्ति प्रदर्शन हुआ
शरद पवार गुट की ओर से भी आयोग को जयंत पाटिल से एक चेतावनी मिली है कि उन्होंने 9 विधायकों के खिलाफ अयोग्यता प्रक्रिया शुरू कर दी है। शरद पवार गुट ने चुनाव आयोग के समक्ष एक कैविएट दायर कर आग्रह किया है कि गुटीय लड़ाई के संबंध में कोई भी निर्देश पारित करने से पहले उनकी बात सुनी जाए। दोनों ही गुटों की ओर से शक्ति प्रदर्शन हुआ। मुंबई में आज दोनों गुटों की बैठक बुलाई गई थी। दावा किया जा रहा है कि अजित पवार की बैठक में 32 से ज्यादा विधायक शामिल हुए तो वही शरद पवार की बैठक में 14 के आसपास विधायक शामिल हुए हैं। दोनों ही गुटों की ओर से एक-दूसरे पर शब्द वाण भी चलाए गए। अजित पवार ने इस बात को साफ तौर पर कहा कि आज मैं जो कुछ भी हूं वह शरद पवार की वजह से हो।
अजित पवार ने क्या कहा
अजीत पवार गुट के छगन भुजबल ने कहा कि 40 से अधिक विधायक और MLC हमारे साथ हैं। हमने शपथ लेने से पहले पूरी मेहनत की है। हमने शपथ ऐसे ही नहीं ली। अजित पवार ने कहा कि 2004 के विधानसभा चुनाव में NCP के पास कांग्रेस से ज्यादा विधायक थे अगर हमने उस समय कांग्रेस को मुख्यमंत्री पद नहीं दिया होता, तो आज तक महाराष्ट्र में केवल राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी का ही मुख्यमंत्री होता। एनसीपी नेता प्रफुल्ल पटेल ने कहा कि जब हम शिवसेना की विचारधारा को स्वीकार कर सकते हैं तो फिर बीजेपी के साथ जाने में क्या आपत्ति है? हम एक स्वतंत्र इकाई के रूप में इस गठबंधन में शामिल हुए हैं।