मानहानि मामले में सुप्रीम कोर्ट से राहत मिलने के बाद राहुल गांधी और कांग्रेस की ओर से एक प्रेस कॉन्फ्रेंस हुआ। उस प्रेस कॉन्फ्रेंस में राहुल गांधी ने कहा कि आज नहीं तो कल सच्चाई की जीत होती रहेगी। मैं उन लोगों को धन्यवाद देता हूं जिन्होंने हमारी मदद की। मैं लोगों को उनके प्यार और समर्थन के लिए भी धन्यवाद देता हूं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि मेरे मन में स्पष्टता है कि मुझे क्या करना है और मेरा काम क्या है। वहीं इस दौरान कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे भी मौजूद रहे। खड़गे ने कहा कि देखना होगा कि राहुल गांधी की संसद सदस्यता कब बहाल होती है क्योंकि जब अयोग्य घोषित करना था तो सारे काम सिर्फ 24 घंटे में हो गए थे।
खड़गे ने आगे कहा कि यह लोकतंत्र और संविधान की जीत है। हम सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत करते हैं, हमें अभी भी न्याय मिल सकता है। उन्होंने आगे कहा कि जीत सिर्फ राहुल गांधी की नहीं, बल्कि देश की जनता और लोकतंत्र की है। खड़गे ने कहा कि यह हमारे लिए खुशी का दिन है, क्योंकि यह लोकतंत्र, संविधान और सच्चाई की जीत है। मैं सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत करता हूं, यह एक उदाहरण है कि न्याय दिया जा सकता है। यह सिर्फ कांग्रेस नेता राहुल गांधी की जीत नहीं है बल्कि पूरे देश के…वह एक ऐसे व्यक्ति हैं जो सच्चाई, राष्ट्रहित, युवाओं के अधिकारों और देश में महंगाई के लिए लड़ते हैं। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी को 24 घंटे के भीतर अयोग्य घोषित कर दिया गया। देखते हैं कितने घंटे में बहाल होता है।
छत्तीसगढ़ CM भूपेश बघेल ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट का फैसला लोकतंत्र की जीत है और इसके साथ राहुल गांधी को लोकसभा से अयोग्य ठहराने की सभी साजिशें विफल हो गई हैं। उन्होंने कहा कि वे उन्हें संसद से दूर रखना चाहते थे क्योंकि वह सवाल उठाते हैं… हम सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत करते हैं और उनकी अयोग्यता रद्द की जानी चाहिए। प्रमोद तिवारी ने कहा कि हम कांग्रेस नेता राहुल गांधी के संबंध में SC के फैसले का स्वागत करते हैं…राहुल गांधी को बंगला खाली करने के लिए एक महीने का समय नहीं दिया गया। उन्होंने कहा कि SC ने आज कहा कि अदालतों द्वारा दी गई सजा उचित नहीं थी…अंत में, सत्य की जीत हुई।