नई दिल्ली: इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस (इंडिया) के घटक दलों के 21 सांसदों ने बुधवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से भेंट की. मणिपुर का दौरा करने वाले 21 सांसदों के प्रतिनिधिमंडल के साथ फ्लोर लीडर्स ने राष्ट्रपति से मुलाकात कर मामले में हस्तक्षेप की मांग की. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा,’इंडिया गठबंधन के 31 सदस्यों ने राष्ट्रपति मुर्मू से मुलाकात की और मणिपुर का दौरा करने वाले 21 सांसदों के प्रतिनिधिमंडल ने उन्हें वहां की स्थिति के बारे में जानकारी दी.
हमने राष्ट्रपति को ज्ञापन सौंपा. हमने राष्ट्रपति को विशेष रूप से मणिपुर में महिलाओं के खिलाफ अत्याचार, पुनर्वास और अन्य स्थितियों के बारे में जानकारी दी. हमारी मुख्य मांग है कि प्रधानमंत्री को मणिपुर का दौरा करना चाहिए और राज्य में शांति बहाल करने की दिशा में कदम उठाना चाहिए.’
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने यह जानकारी दी. बता दें कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने मंगलवार को विपक्ष की तरफ से राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मिलने का समय मांगा था, ताकि हिंसा प्रभावित मणिपुर के मुद्दे और वहां की स्थिति को उनके समक्ष रखा जा सके. सूत्रों ने बताया कि राष्ट्रपति से मुलाकात के समय विपक्षी दल मणिपुर की स्थिति को उनके समक्ष रखेंगे. विपक्षी दलों के गठबंधन ‘इंडिया’ के घटक दलों के 21 सांसदों के एक प्रतिनिधिमंडल ने 29-30 जुलाई को मणिपुर का दौरा किया था.
प्रतिनिधिमंडल ने इस बात पर जोर दिया कि अगर मणिपुर में पिछले तीन महीने से जारी जातीय संघर्ष की समस्या को जल्द हल नहीं किया गया, तो देश के लिए सुरक्षा समस्याएं पैदा हो सकती हैं. कांग्रेस और विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ के अन्य घटक दल मानसून सत्र के पहले दिन से ही मणिपुर में जातीय हिंसा के मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से संसद में वक्तव्य देने और इस मुद्दे पर चर्चा कराए जाने की मांग कर रहे हैं.
इस मुद्दे पर हंगामे के कारण दोनों सदनों में कार्यवाही अब तक बाधित रही है. मणिपुर हिंसा के मुद्दे पर कांग्रेस ने संसद में जारी गतिरोध के बीच गत बुधवार को लोकसभा में सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किया था, जिस पर सदन में चर्चा के लिए मंजूरी दे दी गई थी. उस दिन लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा था कि वह सभी दलों के नेताओं से बातचीत करने के बाद इस प्रस्ताव पर चर्चा के लिए तिथि तय करेंगे.
(एक्सट्रा इनपुट एजेंसी)