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ग्लोबल वार्मिंग-कारण और निवारण विषय पर सेमिनार का किया आयोजन
अम्बाला (मनीष कुमार)
आर्य गर्ल्ज कॉलेज, अम्बाला छावनी के प्रांगण में एन.एस.एस. यूनिट, इको क्लब एवं ई.वी.एस. सैल द्वारा ह्यह्यग्लोबल वार्मिंग – कारण और निवारणह्णह्ण विषय पर एक दिवसीय सैमीनार का आयोजन किया गया जिसके अंतर्गत डॉ. मीनू राठी, असिस्टेंट प्रोफेसर बोटनी, जी.एम.एन. कॉलेज ने पी.पी.टी. के माध्यम से अपना व्याख्यान रखा। यह कार्यक्रम रीजनल डायरेक्टर, दिल्ली के निर्देशन में ह्यह्यमिशन लाइफह्णह्ण के तहत एन.एस.एस. प्रोग्राम आॅफिसर डॉ. अनीता गोदारा, डॉ. अनु वर्मा के देखरेख में किया गया जिसका उद्देश्य ग्लोबल वार्मिंग के कारण और निवारण के लिए छात्राओं और स्वयं सेविकाओं को जागरूक करना है जिससे कि स्वयंसेविकाएं अपने गोद लिए हुए गांवों में जाकर प्रत्येक नागरिक को जागरूक कर सकें और उन्हें समझा सकें कि किस प्रकार से पराली न जलाने से, दवाइयां न डालने से, प्लास्टिक को ना कहकर, ए.सी. और प्रदूषण फैलाने वाली आधुनिक चीजों का यापन छोड़कर किस तरह से वातावरण को बचाया जा सकता है, आदि विषयों पर लोगों को जागरूक कर सकें। इस अवसर पर मुख्यातिथि द्वारा पौधारोपण भी किया गया। व्याख्यान की शुरूआत में कॉलेज प्राचार्या डॉ. अनुपमा आर्य ने छात्राओं को प्रेरित किया कि वातावरण को स्वच्छ रखना हमारा पहला धर्म है एवं इस तरह के सैमीनार से जागरूक होकर एक सांझा प्रयास द्वारा ही आजकल के विनाशकारी भूकम्प, समुद्री आपदा, जल संकट इत्यादि से बचा जा सकता है। रिसोर्स पर्सन डॉ. मीनू राठी ने डाट२ा आधारित ग्लोबल वार्मिंग के कारण और बचाव बताए। उन्होंने कहा कि किस तरह से हम अपनी दिनचर्या को बदल कर छोटी-छोटी बातों का ध्यान रखकर ज्यादा से ज्यादा पौधे लगाकर, जल बचा कर, मानव और प्रकृति का तालमेल बैठाकर पृथ्वी पर जीवन बचा सकते हैं क्योंकि प्रकृति है तो जीवन है। जीवन है तो प्रकृति है। इस कार्यक्रम में ई.वी.एस. इंचार्ज वंशिका, कम्प्यूटर सहयोगी सन्नी एवं मीडिया सहयोगी मुकेश के सहयोग से सम्पन्न हुआ। इस कार्यक्रम में लगभग 95 स्वयंसेविकाओं, टीचिंग स्टाफ व नॉन टीचिंग स्टाफ के सदस्य उपस्थित रहे।